कर्ज में डूबी कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस (DHFL) को खरीदने के लिए पीरामल समूह ने दांव लगाया है। हालांकि, कंपनी के कर्ज को लेकर एक नया पेच फंस गया है।
क्या है मामला: डीएचएफएल के कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) के आदेश को चुनौती दी है। सीओसी की ओर से राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCALT) में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने याचिका दायर की है। दरअसल, NCLT की मुंबई पीठ ने अपने आदेश में कर्ज में डूबी कंपनी डीएचएफएल के पूर्व प्रमोटर कपिल वधावन की पेशकश पर विचार करने का निर्देश दिया है।
पिछले सप्ताह NCLT ने आरबीआई द्वारा नियुक्त DHFL के प्रशासक से जेल में बंद वधावन की पेशकश को प्रस्तुत करने को कहा। वहीं, कर्जदाताओं की समिति को पेशकश पर विचार के लिये 10 दिन का समय मिला है। अब कर्जदाता चाहते हैं कि एनसीएलटी के आदेश पर रोक लगाई जाए।
पीरामल समूह ने लगाया है दांव: इस साल जनवरी में कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने DHFL को बेचने के लिए पीरामल समूह के पक्ष में मतदान किया। आपको बता दें कि पीरामल समूह के मुखिया अजय पीरामल हैं, जो मुकेश अंबानी के समधी भी हैं।
अजय पीरामल के बेटे आनंद की शादी ईशा अंबानी से हुई है। ईशा, मुकेश अंबानी की इकलौती बेटी हैं। आपको बता दें कि अजय पीरामल की दौलत 3.7 बिलियन डॉलर है। वह देश के टॉप 50 अमीरों में शामिल हैं। (ये पढ़ें-जब जेपी ग्रुप से अचानक टूट गई अनिल अंबानी के कंपनी की डील, बताई थी ये वजह)
DHFL पर कितना है बकाया: दीवान हाउसिंग फाइनेंस यानी DHFL पर बैंकों का 90 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया है। इसमें 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया भारतीय स्टेट बैंक का है। इसके अलावा बकाया की सूची में मुख्यतौर पर बैंक आफ इंडिया के (4,125 करोड़ रुपये), केनरा बैंक (2,681 करोड़ रुपये), एनएचबी (2,434 करोड़ रुपये), यूनियन बैंक (2,378 करोड़ रुपये) भी शामिल हैं।
घाटे में है DHFL: आपको बता दें कि दिसंबर 2020 तिमाही के नतीजों में DHFL ने अपने घाटे के बारे में जानकारी दी थी। कंपनी ने 13,095 करोड़ रुपये के घाटे होने की बात बताई थी। जुलाई 2019 में कंपनी पर बैंकों का 83,873 करोड़ रुपये का बकाया था। मार्च 2020 में कंपनी की परिसम्पत्तियां 79,800 करोड़ रुपये थी। इसमें से 63 प्रतिशत एनपीए हो चुकी थीं। (ये पढ़ें-मुकेश अंबानी से ज्यादा है इन दो भाइयों की सैलरी, रिलायंस में मिली है बड़ी जिम्मेदारी)