अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने तेल-से-रसायन (ओ 2 सी) कारोबार को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में अलग करने की घोषणा की है। इस खबर की वजह से रिलायंस के शेयर में जबरदस्त तेजी आई है।

बुधवार के कारोबार के दौरान एक बार फिर रिलायंस का शेयर भाव एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 2100 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, मार्केट कैपिटल भी बढ़कर 13 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है। आपको बता दें कि सोमवार को शेयर में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी। ये गिरावट सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की वजह से आई थी।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन की आपत्ति के बाद रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप के बीच की एक डील पर रोक लगा दी है। इस वजह से रिटेल कारोबार के लिए 24 हजार करोड़ से ज्यादा की डील पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

आपको बता दें कि रिलायंस तेल-से-रसायन (ओ 2 सी) कारोबार को एक स्वतंत्र इकाई बनाने के लिए पैरेंट कंपनी से 25 अरब डॉलर का कर्ज लेगी। कंपनी को सऊदी अरामको जैसे वैश्विक निवेशकों को शेयर बेचकर पैसे जुटाने की उम्मीद है। ओ 2 सी कारेाबार में रिलायंस की तेल रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल संपत्तियां और ईंधन का खुदरा कारेबार है।

हालांकि, इसमें केजी-डी 6 जैसे तेल व गैस उत्पादक क्षेत्र तथा कपड़ा व्यवसाय शामिल नहीं है। इस पुनर्गठन के एक बार पूरा हो जाने के बाद, 1960 के दशक के अंत में धीरूभाई अंबानी द्वारा स्थापित कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पास सिर्फ तेल एवं गैस खोज, वित्तीय सेवा, समूह का खजाना तथा विरासत वाला कपड़ा व्यवसाय ही बचेगा। यह समूह की होल्डिंग कंपनी के रूप में काम करेगी।

समूह का खुदरा व्यवसाय रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड के पास और दूरसंचार व डिजिटल व्यवसाय रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के पास पहले से ही है।

आरआईएल की रिलायंस रिटेल में 85.1 फीसदी और जियो प्लेटफॉर्म्स में 67.3 फीसदी हिस्सेदारी है। बाकि हिस्सेदारी फेसबुक इंक और गूगल सहित वैश्विक निवेशकों को दो लाख करोड़ रुपये से अधिक में बेची जा चुकी है।