कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मचा हुआ है। इस वजह से सप्ताह के पहले कारोबारी दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की टॉप 30 कंपनियों में 29 के शेयर में बिकवाली देखने को मिली। मतलब निवेशक कोरोना के डर की वजह से अपने शेयर बेचकर बाहर निकल गए हैं। इस वजह से इंट्रा ट्रेड करने वाले निवेशकों को नुकसान हुआ है। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी के निवेशक भी शामिल हैं।
रिलायंस को कितना हुआ नुकसान: बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 3.60 फीसदी की गिरावट आई। कारोबार के अंत में 71.35 रुपये नुकसान के साथ शेयर भाव 1911.30 रुपये पर आ गया है। कंपनी का मार्केट कैपिटल बढ़कर 12 लाख 12 हजार करोड़ रुपये है। आयल और नेचुरल गैस सेक्टर में प्रतिद्वंदी कंपनी ओएनजीसी के शेयर भाव में 5.54 फीसदी का नुकसान हुआ है। ओएनजीसी का शेयर भाव 98.05 रुपये है। (ये पढ़ें—नवीन जिंदल खरीदेंगे अनिल अंबानी की कंपनी को!)
सबसे अधिक गिरावट किसकी: सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक आठ प्रतिशत टूट गया। बजाज फाइनेंस, एसबीआई, ओएनजीसी, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस के शेयर भी टूट गए। बीएसई इंडेक्स पर सिर्फ डा. रेड्डीज का शेयर करीब चार प्रतिशत के लाभ में रहा। (ये पढ़ें—अनिल अंबानी का कारोबार चला रहे अडानी)
सोमवार को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट: बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 3.44 प्रतिशत के नुकसान से 47,883 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 524 अंक या 3.53 प्रतिशत के नुकसान से 14,311 अंक पर बंद हुआ।
मार्च 2020 जैसे हालात: सोमवार को बाजार में आई गिरावट ने घरेलू शेयर बाजारों में मार्च, 2020 में आई जबर्दस्त गिरावट की याद दिला दी। आपको बता दें कि मार्च 2020 में पहली बार देश में लॉकडाउन लागू किया गया था। इसके बाद अचानक शेयर बाजार में गिरावट तेज हो गई और इस वजह से सेंसेक्स की गिरावट 25 हजार अंक तक चली गई।
अब एक बार फिर देश में कोविड के मामले बढ़ने से कई राज्यों में लॉकडाउन की संभावना पैदा हो गई है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार और कंपनियों की आमदनी प्रभावित होने की आशंका से निवेशक जोखिम उठाने से कतरा रहे हैं। इससे निवेशकों की पूंजी करीब नौ लाख करोड़ रुपये डूब गई।