देश के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले बैंकर आदित्य पुरी 26 अक्टूबर को एचडीएफसी बैंक के सीईओ और एमडी के पद से रिटायर होने वाले हैं। 2019-20 में आदित्य पुरी को सालाना 18.92 करोड़ रुपये का पैकेज मिला है, जो बीते साल के मुकाबले 38 फीसदी ज्यादा है। हालांकि अब आदित्य पुरी एचडीएफसी बैंक से रिटायर होने वाले हैं और उनकी जगह पर नए चेहरे की तलाश की जा रही है। एचडीएफसी बैंक के विस्तार में आदित्य पुरी की अहम भूमिका मानी जाती है। ऐसे में उनके उत्तराधिकारी को लेकर बैंक की ओर से गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इस बीच खुद आदित्य पुरी ने ही बैंक के अगले सीईओ को लेकर अहम संकेत दिया है।

आदित्य पुरी ने बैंक की सालाना जनरल मीटिंग को वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि उनका उत्तराधिकारी एचडीएफसी ग्रुप से ही होगा, जिसने बैंक में 25 साल गुजारे हैं। आदित्य पुरी ने भले ही अपने उत्तराधिकारी का नाम नहीं लिया, लेकिन कयास लगने जरूर शुरू हो गए हैं। पुरी ने कहा कि वह बीते 25 सालों से हमारे साथ हैं। मेरा उत्तराधिकारी मेरे दिमाग हमेशा से तय था। कारोबारी समझ को लेकर आदित्य पुरी ने कहा कि एचडीएफसी बैंक के नए सीईओ की जिम्मेदारी संभालने वाले शख्स ने सब कुछ अच्छे से सीखा है।

पिछले दिनों एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि बैंक ने आंतरिक तौर ही सीईओ चुनने का फैसला लिया है। इस रिपोर्ट में शशिधर जगदीशन, कैजाद भरूचा के नाम शामिल किए गए थे। इसके अलावा बैंक ने जून में कहा था कि उसने आरबीआई को प्राथमिकता के आधार पर तीन नाम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को सुझाए हैं। आदित्य पुरी बीते 26 सालों से बैंक के मुखिया के तौर पर काम कर रहे हैं और उन्हें एचडीएफसी के विस्तार में अहम भूमिका निभाने वाला शख्स माना जाता है। खासतौर पर बेहद कम एनपीए होने के चलते एचडीएफसी बैंक की साख बैंकिंग सेक्टर में काफी अच्छी मानी जाती है।

पुरी ने कहा कि एचडीएफसी बैंक में नया सीईओ चुनना कोई समस्या नहीं है। आरबीआई को लिस्ट भेज दी गई है। अब यह उन पर है कि हमने जो लिस्ट उन्हें भेजी है, उसमें से वे किसे चुनते हैं। शशिधर जगदीशन 1996 से ही एचडीएफसी बैंक का हिस्सा हैं और फिलहाल फाइनेंस की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं भरूचा भी 1995 से ही बैंक का हिस्सा हैं और फिलहाल होलसेल बैंकिंग के एग्जीक्युटिव डायरेक्टर हैं।