आषीश दुबेः मुफ्त फोटो और वीडियो का लिंक भेजने वाले एसएमएस एक नया खतरा बन कर सामने आए हैं। फ्री फोटो और विडियो का आकर्षण मोबाइल फोन को महज एक डब्बे के रूप में तब्दील कर सकता है। पिछले पांच दिनों में एक नए किस्म का एसएमएस लोगों के लिए परेशानी की वजह बन गया है।

मजार बॉट नाम का एसएमएस एंड्रॉयड मोबाइल उपभोक्ताओं को एक एमएमएस लिंक भेज रहा है। इसे क्लिक करते ही मोबाइल का पूरा डाटा हैक हो रहा है। खास बात यह है कि डाटा हैक करने के अलावा यह वायरस फोन के पूरे डाटा को खत्म कर रहा है। साइबर जानकारों के मुताबिक, एंड्रॉयड की स्क्रिप्ट में दिक्कत की वजह से मजार एसएमएस लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। इसके कारण बगैर किसी जानकारी के नंबर से आने वाले किसी भी एसएमएस को ओपन नहीं करने की सलाह साइबर विशेषों ने जारी की है।

सेंटर फॉर रिसर्च आॅन साइबर क्राइम एंड साइबर लॉ के चेयरमैन अनुज अग्रवाल ने बताया कि अमूमन इंटरनेट या ईमेल के जरिए हैकर्स वायरस आदि को पहुंचाकर कंप्यूटर को गुलाम बनाते थे। लेकिन मोबाइल यूजर्स की संख्या बढ़ने के साथ एसएमएस के जरिए मोबाइल के डाटा हैक करने का चलन शुरू हो गया है। उनके मुताबिक मजार एसएमएस या बिना जानकारी वाले नंबर से आने वाले एसएमएस को ओपन करने से ना केवल परहेज करना जरूरी है, बल्कि तुरंत डिलीट करना चाहिए। मोबाइल की मैमोरी में ऐसे एसएमएस के लीकेज का भी खतरा बना रहता है।

नोएडा पुलिस के साइबर सेल एक्सपर्ट किसलय चौधरी ने बताया कि हैकर्स और सिस्टम डेवलपर्स के बीच ऐसी जंग बहुत पहले से जारी है। गैर जानकार सोर्स से आने वाले एसएमएस एक साथ हजारों लोगों तक भेजे जाते हैं। इनका मकसद केवल डाटा को हैक कर जानकारी लेना होता है। कई मर्तबा ये डाटा हैक करने के अलावा पूरे सिस्टम को खत्म करते हैं। मजार बॉट भी इसी तरह का एसएमएस वायरस है। जो ना केवल देश बल्कि पूरे विश्व में लाखों लोगों की परेशानी का सबब बन चुका है। ऐसे वायरस से निपटने में सरकारी एजंसियां पूरी तरह से नाकाम हैं। एंड्रॉयड गूगल कंपनी का उत्पाद है। उसकी स्क्रिप्ट में सुधार किए बगैर ऐसी दिक्कतें जारी रहेंगी। एकमात्र बचाव गैर जानकार सोर्स से आने वाले एसएमएस को तुरंत डिलीट करना है।