हिंदी फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ के खिलाफ अपनी सफलता से उत्साहित मनसे अब चाहती है कि व्यापारी ‘देश’ की खातिर पाकिस्तान के साथ अपने व्यापार को ‘त्याग दें’ जबकि कपास के निर्यातकों ने कहा कि राज ठाकरे के नेतृत्व वालक दल के रूख से उद्योग पर असर पड़ेगा। करण जौहर की आगामी फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान के होने के कारण मनसे ने उसके रिलीज का विरोध किया था। कल ठाकरे, जौहर और प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट के बीच यहां मुख्यमंत्री के घर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मध्यस्थता में हुई एक त्रिपक्षीय बैठक के बाद विवाद खत्म हो गया। ठाकरे ने कल फिल्म के निर्माताओं से कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने के बाद ‘प्रायश्चित’ के तौर पर वे सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ की राशि जमा करें।


आज मनसे की प्रवक्ता शालिनी ठाकरे ने मांग की कि व्यापारर राष्ट्र की खातिर पाकिस्तान के साथ अपने व्यापार का त्याग करें। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र सबसे पहले आना चाहिए। अगर :सीमा पर: जवान अपने प्राण का बलिदान दे रहे हैं तो व्यवसायी अपने व्यापार का त्याग क्यों नहीं दे सकते? पाकिस्तान के मामले में पैसा कमाना प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए।’