अर्थव्यवस्था की धीमी पड़ती रफ्तार का सबसे बड़ा असर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर पड़ा है। सभी कंपनियों की बिक्री पर तगड़ी चोट लगी है। सेल्स के अलावा कंपनियों का उत्पादन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की ही बात करें तो कंपनी ने अगस्त में अपने उत्पादन में 33.99 प्रतिशत की कटौती की है। यह लगातार सातवां महीना है जब कंपनी ने अपना उत्पादन घटाया है।

MARUTI SUZUKI INDIA (एमएसआई) ने सोमवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि कंपनी ने अगस्त महीने में 1,11,370 गाड़ियों का प्रोडक्शन किया। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का उत्पादन 1,68,725 गाड़ियों का था। अगस्त में यात्री वाहनों का उत्पादन 1,10,214 रहा जो अगस्त 2018 में 1,66,161 वाहन था। इस तरह इसमें 33.67 प्रतिशत की गिरावट आई है।

Alto, न्यू वैगनआर, सेलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो और डिजायर सहित मिनी और कॉम्पैक्ट सेगमेंट की कारों का उत्पादन पिछले साल अगस्त में 1,22,824 वाहन था। इसके मुकाबले इनका उत्पादन इस साल अगस्त में 80,909 वाहन रही रहा। यह 34.1 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है।

यूटिलिटी वाहन जैसे विटारा ब्रेजा, अर्टिगा और एस-क्रॉस का उत्पादन एक वर्ष पहले के 23,176 वाहनों के मुकाबले इस बार अगस्त में 34.85 प्रतिशत घटकर 15,099 वाहन रह गया। मध्यम आकार की सेडान सियाज का उत्पादन पिछले साल अगस्त में 6,149 वाहन हुआ था जो पिछले महीने घटकर 2,285 वाहन रह गया।

सूचना के मुताबिक, हल्के कमर्शियल वाहन सुपर कैरी का उत्पादन भी पिछले महीने घटकर 1,156 वाहन रह गया जो अगस्त 2018 में 2,564 वाहन था। जुलाई में इस वाहन निर्माता कंपनी ने अपने उत्पादन में 25.15 प्रतिशत की कटौती करते हुए 1,33,625 वाहनों का उत्पादन किया था। कंपनी ने रविवार को पिछले महीने अपनी कुल बिक्री में 33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,06,413 वाहन बिक्री की सूचना दी थी जबकि अगस्त 2018 में 1,58,189 वाहनों की बिक्री हुई थी।