सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले देश के दिग्गज कारोबारी आनंद महिंद्रा ने कंपनियों के ग्रोथ के लिए जरूरी टिप्स दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टिकाऊ तरीके से व्यवसाय को आगे बढ़ाना सबके हित में है।
आनंद महिंद्रा ने कहा कि कंपनियों के लिये ग्रोथ का सबसे बढ़िया अवसर व्यवस्था के निचले पायदान पर स्थित वर्ग की सेवा करने से आता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय, सामाजिक व प्रशासनिक (ईएसजी) मुद्दे टालने वाले विषय नहीं हैं। महिंद्रा समूह के चेयरमैन ने कहा, ‘‘एक कारोबारी के तौर पर एक ऐसे व्यवसाय का प्रवर्तन करना, जो यथासंभव अधिक से अधिक लोगों की सेवा करता हो, फायदा पहुंचाता है। व्यवसायों को एक ऐसा उद्देश्य खोजने की जरूरत होती है, जो कि आने वाले समय की ओर उन्मुख हो।’’
इस मौके पर महिंद्रा समूह और रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत 50 अग्रणी वैश्विक कंपनियों ने डब्ल्यूईएफ द्वारा तैयार ईसीजी मानकों का पालन करने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
यह प्रतिबद्धता जाहिर करने वाली बड़ी कंपनियों में कुछ प्रमुख नाम एसेंचर, बैंक ऑफ अमेरिका, क्रेडिट सुइस, डेल टेक्नोलॉजीज, डेलॉयट, ईवाई, हैनेकैन, एचपी, एचएसबीसी होल्डिंग्स, आईबीएम, जेएलएल, केपीएमजी, मास्टरकार्ड, मैकिंसे, नेस्ले, पेपाल, पीडब्ल्यूसी, रॉयल डच शेल, रॉयल फिलिप्स, सेल्सफोर्स, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, सीमेंस, सोनी, टोटल, यूबीएस, यूनिलीवर, यारा इंटरनेशनल और ज्यूरिख इंश्योरेंस ग्रुप हैं।
बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 6 दिवसीय ऑनलाइन दावोस समिट 24 जनवरी से शुरू हो चुकी है। इस बार फोरम मे दुनिया भर के 1000 दिग्गज शामिल होकर अपनी बात सामने रख रहे हैं। 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करेंगे। वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फोरम को संबोधित करेंगे।