महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सरकार को अर्थव्यवस्था को बचाने और गरीबों की मदद करने के लिए नोट छापने का सुझाव दिया है। आनंद महिंद्रा ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के कारण गरीब लोगों को हुई दिक्कतों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कोरोनावायरस ने निचले तबके के लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। आनंद महिंद्रा ने कहा अगर बड़े नुकसान से बचने के लिए सरकार को नोट छापने की जरूरत पड़े तो सरकार को रुपये छापने चाहिए। आनंद महिंद्रा ने कहा कोरोना वायरस के कारण गरीब लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
सप्लाई में कमी और महामारी के कारण एमएसएमई सेक्टर में लाखों नौकरियां खत्म हो गई है। कोरोनावायरस ने एमएसएमई सेक्टर से जुड़े हर दिन कमाने वाले लोगों का सबसे ज्यादा नुकसान किया है। आनंद महिंद्रा ने लॉकडाउन के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुए लोगों की मदद के लिए लोकल रूट से डेफिसिट फाइनेंसिंग को भी एक विकल्प बताया। इंडिया इन्वेस्ट 2020 फोरम में बोलते हुए आनंद महिंद्रा ने मौजूदा अर्थव्यवस्था की विकट परिस्थितियों के साथ देश में बढ़ते सुसाइड केसों और महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा पर भी अपनी चिंता व्यक्त की।
आनंद महिंद्रा ने आगे यह भी कहा दुनिया का सबसे सख्त लॉकडाउन लागू होने के बावजूद भारत में आर्थिक रिकवरी हो रही है। भारत में टैक्टरों और ऑटोमोबाइल सेक्टर की बिक्री बढ़ रही है जिससे अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की उम्मीदें जगी हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव रहते हैं। इसके अलावा आनंद महिंद्रा को चैरिटेबल कामों के लिए भी जाना जाता है। पिछले महीने आनंद महिंद्रा ने बिहार के गया में 3 किलोमीटर लंबी नहर खोदने वाले किसान लौंगी मांझी की मेहनत की सराहना करते हुए उन्हें महिंद्रा ट्रैक्टर भी गिफ्ट किया था।

