कोरोना के इस संकट काल में निवेश की सुरक्षित गारंटी माने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम तक में बैंकों ने ब्याज की दरों में बड़ी कटौती कर दी है। इस बीच किसान विकास पत्र अब भी निवेश के लिए एक आकर्षक स्कीम बनी हुई है। पोस्ट ऑफिस की इस सर्टिफिकेट स्कीम के जरिए आप 124 महीने में अपनी रकम को दोगुना कर सकते हैं। फिलहाल इस स्कीम पर सालाना 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। कम से कम 1,000 रुपये से शुरू होने वाली इस स्कीम में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। आइए जानते हैं, इस स्कीम के फायदे और नियम…

124 महीने की है स्कीम: किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट स्कीम के तहत आप किसी भी डाकघर में जाकर निवेश कर सकते हैं। 1988 में इस स्कीम की शुरुआत सिर्फ किसानों के बीच लंबे वक्त के लिए निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी। हालांकि अब इसे सभी के लिए खोल दिया गया है। वन टाइम डिपॉजिट इन्वेस्टमेंट स्कीम के तौर पर आप इसमें सिर्फ एक बार पैसा लगाकर निश्चिंत हो सकते हैं और मार्केट में कैसी भी स्थिति रहने पर आपको डबल रकम मिलना तय होगा। इस स्कीम के तहत हर तिमाही में ब्याज की दर तय होती है। फिलहाल 30 जून तक के लिए ब्याज की दर 6.9 फीसदी है, जिसके तहत आपकी रकम 124 महीने में डबल होगी।

मोटे निवेश पर देने होंगे इनकम प्रूफ: इस स्कीम में यदि आप 50,000 रुपये तक जमा करना चाहते हैं तो उसके लिए कोई प्रूफ देने की जरूरत नहीं है। लेकिन इससे ज्यादा का निवेश करने पर आपको पैन कार्ड दर्ज कराना होगा। यही नहीं यदि आप 10 लाख रुपये से ऊपर का निवेश करते हैं तो फिर कमाई के प्रूफ देने होंगे। जैसे सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट और आईटीआर के दस्तावेज। यही नहीं अब इस स्कीम में निवेश के लिए आधार कार्ड को भी अनिवार्य कर दिया है। इस स्कीम की मेच्योरिटी की अवधि भले ही 10 साल 4 महीना है, लेकिन आप जरूरत पड़ने पर 30 महीने के लॉकइन पीरियड के बाद भी रकम निकाल सकते हैं।

नाबालिग के नाम भी ली जा सकती है स्कीम: इस स्कीम के तहत शर्त यह है कि आप 100 रुपए के गुणक में ही राशि जमा कर सकते हैं। किसान विकास पत्र खाते में राशि जमा करने की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। कोई भी व्यस्क खुद के या नाबालिग की तरफ से किसी भी पोस्ट ऑफिस से किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट खरीद सकता है। इस योजना में नॉमिनेशन की सुविधा भी मिलती है। किसान विकास पत्र जारी होने की तारीख से ढाई साल बाद इसमें जमा रकम को निकाला भी जा सकता है।