देश में चर्चित सीमेंट ब्रांड अंबुजा और एसीसी को खरीदने के लिए दो बड़े भारतीय कारोबारियों बीच में रेस लगी हुई है। जानकारी के मुताबिक, सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाला जेएसडबल्यू ग्रुप और अडानी ग्रुप के साथ दोनों कंपनियों की प्रवर्तक (Promoter) कंपनी होल्सिम के साथ बातचीत अंतिम दौर में है। मई के आखिर तक इस डील के सेल-परचेस अग्रीमेंट (SAP) से जुड़ी बातचीत पूरी हो सकती है।

फाइनेंसियल टाइम की रिपोर्ट के अनुसार, जेएसडबल्यू ग्रुप इस डील के लिए करीब 7 बिलियन डॉलर की बोली लगाएगा। सज्जन जिंदल ने इस पर कहा कि इस डील के लिए 4.5 बिलियन डॉलर कंपनी की इक्विटी और 2.5 बिलियन डॉलर एक प्राइवेट इक्विटी पार्टनर की ओर से ऑफर किये जाएगे। हालांकि उन्होंने प्राइवेट इक्विटी फर्म का नाम नहीं बताया।

अडानी भी रेस में शामिल: अडानी ग्रुप के साथ भी होल्सिम ग्रुप की बातचीत भी आखिरी दौर में है। हालांकि अडानी ग्रुप इसके लिए कितने बिलियन की बोली लगाने वाला है। इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आई है। गौरतलब है कि अडानी ग्रुप पिछले काफी समय से देश के सीमेंट कारोबार में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहा है। पिछले साल जून 2021 में अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज ने शेयर बाज़ार को जानकारी दी थी कि कंपनी ने सीमेंट कारोबार में उतरने के लिए एक सहायक कंपनी का गठन किया है।

गौरतलब है कि अंबुजा सीमेंट की प्रवर्तक कंपनी होल्सिम ग्रुप भारत में अपना कारोबार समेटना चाहता है। मौजूदा समय में होल्सिम ग्रुप की अंबुजा सीमेंट में हिस्सेदारी करीब 63.19 फीसदी है। बात दें, अंबुजा सीमेंट की एसीसी सीमेंट में 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है। इस मतलब जो भी कंपनी अंबुजा सीमेंट को खरीदेगी उसे अपने आप ही एसीसी सीमेंट का कंट्रोल मिल जाएगा।

अंबुजा सीमेंट की स्थापना भारत में वर्ष 1983 में की गई थी। मौजूदा समय में कंपनी के पास 6 के करीब उत्पादन इकाईयां है और 8 से अधिक ग्राइंडिंग यूनिटें हैं। कंपनी की वर्तमान उत्पादन क्षमता 31 मैट्रिक टन प्रति वर्ष है। इसी सहायक कंपनी एसीसी को मिला दिया जाए तो दोनों कंपनियों का बाजार मूल्य करीब 1.2 लाख करोड़ रुपए है।