कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लागू हुए लॉकडाउन के खुलने के बाद अब जॉब मार्केट में भी तेजी देखने को मिल रही है। जून महीने में हायरिंग ऐक्टिविटी में 33 फीसदी का इजाफा हुआ है। नौकरी डॉट कॉम वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक 6 मुख्य सेक्टर्स में नौकरियों के सृजन में तेजी आई है। हायरिंग में सबसे ज्यादा इजाफा फार्मा सेक्टर में हुआ है। कोरोना महामारी के दौर में दवाओं की मांग में इजाफा हुआ है। इसी के चलते फार्मा सेक्टर में तेजी आई है और उसकी वजह से हायरिंग में इजाफा हुआ है। मई के मुकाबले फार्मा सेक्टर में जून महीने में नौकरियों के अवसरों में 27 फीसदी का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक फार्मा सेक्टर के हब कहे जाने वाले हैदराबाद के अलावा कोलकाता में फार्मा सेक्टर में सबसे कम छंटनी देखने को मिली है।

फार्मा सेक्टर के अलावा आईटी सेक्टर भी भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में अहम योगदान दे रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल से ही हायरिंग में तेज ग्रोथ देख रहा आईटी सेक्टर कोरोना में सबसे कम प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा है। यही नहीं जून महीने में आईटी सेक्टर में हायरिंग में 19 फीसदी का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा दिल्ली-एनसीआर और अहमदाबाद में हायरिंग में तेजी आई है।

इसके अलावा बीपीओ सेक्टर में 48 फीसदी की तेजी जून महीने में देखने को मिली है। बीपीओ सेक्टर में हायरिंग में सबसे ज्यादा इजाफा बेंगलुरु और पुणे में देखने को मिल रहा है। यही नहीं लॉकडाउन के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल में भी अनलॉक 1.0 के बाद से तेजी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल सेक्टर में जून में हायरिंग 107 फीसदी बढ़ गई है।

वहीं इस संकट के चलते रिटेल सेक्टर भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन में रियायतों के बाद से रिटेल सेक्टर में भी हायरिंग बढ़ी है और जून महीने में नई नौकरियों के अवसरों में 77 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। जानकारों के मुताबिक अगले कुछ महीनों में हायरिंग में ग्रोथ जारी रह सकती है। लॉकडाउन के नियमों में ढील के साथ ही हायरिंग में तेजी आने की उम्मीद है।