जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग (Jio Blackrock Broking) को देश में ब्रोकरेज फर्म के रूप में काम करने के लिए, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से मंजूरी मिल गई है। भारतीय निवेशकों के लिए कंपनी सस्ती, पारदर्शी और टेक-संचालित एग्जीक्यूशन कैपेबिलिटी (Technology-Driven Execution Capability) खड़ी करना चाहती है।
हाल ही में जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (Jio BlackRock Asset Management Private Limited) और जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (Jio BlackRock Investment Advisors) को म्यूचुअल फंड मार्केट में उतरने और निवेश सलाहकार के तौर पर काम शुरू करने की रेगुलेटरी अप्रूवल मिला था। ब्रोकिंग लाइसेंस के मिलने से जियो ब्लैकरॉक ज्वाइंट वेंचर देश के लोगों को व्यापक निवेश सॉल्युशनंस दे सकेगा।
रिटेल निवेशकों को मिलेगी वित्तीय सलाह
जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड के MD और CEO मार्क पिलग्रेम ने कहा, “जियोब्लैकरॉक ब्रोकिंग को SEBI की मंजूरी मिलने से हम बेहद खुश है। अब हम भारत को ‘बचतकर्ताओं के देश’ से ‘निवेशकों के देश’ में बदलने में मदद कर पाएंगे। जियोब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के साथ, हम रिटेल निवेशकों को व्यक्तिगत सलाह दे सकेंगे। ब्रोकरेज बिजनेस के साथ, हम निवेशकों के लिए एक एग्जीक्यूशन प्लेटफॉर्म (Execution Platform) भी लाएंगे।” ये है दुनिया की 10 सबसे सुरक्षित एयरलाइन
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के MD और CEO हितेश सेठिया ने कहा, “ये हमारे लिए एक्साइटिंग समय है। एक तरफ जियोब्लैकरॉक की एसेट मैनेजमेंट बाजार में म्यूचुअल फंड पेश करने की तैयारी कर रही है, जियोब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स ऑपरेशन शुरू करने जा रही है, तो दूसरी तरफ ब्रोकिंग यूनिट की मंजूरी मिलने से हमारी रणनीति में एक नया आयाम जुड़ा है। आसानी से सुलभ और डिजिटल-फर्स्ट सॉल्युशन्स के जरिए भारत में निवेश को लोकतांत्रिक बनाना ही हमारा लक्ष्य है।” ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए एक नई साप्ताहिक ट्रेन शुरू
ब्लैकरॉक में इंटरनेशनल हेड रेचल लॉर्ड ने कहा, “भारत में लाखों निवेशकों की पूंजी बाजारों तक पहुंच बनाने और किफायती व अभिनव निवेश सॉल्युशंस प्रदान करने के लिए जियोब्लैकरॉक की स्थापना की गई थी। सेबी से यह तीसरी मंजूरी हमारे ज्वाइंट वेंचर की प्रोडक्ट रेंज को पूरा करती है। इन 3 संस्थाओं के जरिए जियोब्लैकरॉक निवेश सेवाओं का एक पूरा सेट प्रदान करेगा, जिससे भारतीय निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्यों की दिशा में काम कर सकेंगे।”