एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी कंपनी अडानी डाटा नेटवर्क लिमिटेड (ADNL) को टेलीकॉम सर्विस का लाइसेंस मिल गया है और अब अडानी दूरसंचार सेवाएं देने के लिए सक्षम हो चुके हैं। हाल ही में गौतम अडानी ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी से टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री की थी।
अडानी ग्रुप ने टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री के दौरान कहा था कि वह अपने डेटा सेंटर के लिए इस स्पेक्ट्रम ऑक्शन में एंट्री ले रहा है। अडानी समूह का प्लान अपने डेटा सेंटर के साथ सुपर ऐप के लिए एयरवेव का उपयोग करना है। पीटीआई के आधिकारिक सूत्र ने कहा कि अडानी डेटा नेटवर्क्स को UL (AS) दिया गया है। वहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सोमवार को परमिट दिया गया।
212 करोड़ का स्पेक्ट्रम खरीदा
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की एक यूनिट अडानी डेटा नेटवर्क्स लिमिटेड (ADNL) ने हाल ही में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में 20 वर्षों के लिए 212 करोड़ रुपये प्राइज के 26 गीगाहर्ट्ज मिलीमीटर वेव बैंड में 400 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम का उपयोग करने का अधिकार हासिल किया है। अडानी समूह सुपर ऐप बिजली वितरण से लेकर हवाई अड्डों और गैस खुदरा बिक्री से लेकर बंदरगाहों तक व्यवसायों को गति देने के लिए तैयार कर रहा है।
टेलीकॉम सेक्टर में होगी कड़ी टक्कर
दूरसंचार सेक्टर में गौतम अडानी से मुकेश अंबानी की जियो और एयरटेल से कड़ी टक्कर होने वाली है। हालांकि अधिकारिक तौर पर अडानी समूह की ओर से टेलीकॉम लाइसेंस के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। लाइसेंस मिलने के बाद अब अडानी समूह की दूरसंचार वाली कंपनी अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेगी, जिसका मतलब है कि आने वाले दिनों में लोगों के लिए 5G सर्विस प्रोवाइड करा सकतो है। इससे इस सेक्टर के दिग्गज कंपनियों- जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को कड़ी टक्कर मिलने वाली है।
मुकेश अंबानी सबसे आगे
बता दें कि मुकेश अंबानी 5G खरीदने में सबसे अधिक पैसा 88,078 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वहीं तीसरे नंबर पर 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में खर्च वोडाफोन आइडिया ने 18,799 करोड़ रुपये खर्च किया है।