मुख्यमंत्री जे जयललिता ने गुरुवार (11 अगस्त) को इस बात से इनकार किया कि राज्य से निवेश पड़ोसी राज्यों कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में जा रहा है और कहा कि इसके बजाय तमिलनाडु निवेश का पसंदीदा गंतव्य बना हुआ है। जयललिता ने कहा कि आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्य निवेशकों से मुलाकात की थी और उन्हें मुफ्त जमीन तथा अन्य संसाधन मुहैया कराने जैसी रियायतों के जरिए उन्हें आकर्षित करने की कोशिश की लेकिन कोई भी तमिलनाडु छोड़कर नहीं गया।
उन्होंने कहा, ‘यदि राज्य में कारोबार करना मुनाफे वाला बनाना है तो इसकी पहली जरूरत है उचित कानून-व्यवस्था बरकरार रखना जो सिर्फ तमिलनाडु में सबसे अच्छी स्थिति में है। दूसरी बात बिजली का सवाल है आंध्र प्रदेश और कर्नाटक ऐसी स्थिति में है कि वे हमसे बिजली खरीद रहे हैं।’ विधानसभा में चर्चा के दौरान द्रमुक के टीआरबी राजा की बात पर हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि कोई भी निवेशक किसी भी समय राज्य को छोड़कर नहीं गया है और ‘मैं यह पूरे विश्वास और प्रतिबद्धता के साथ कह सकती हूं।’