सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 3,606 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। हालांकि कंपनी ने अनिश्चित कारोबारी परिदृश्य के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष के लिए अपनी आय के अनुमान को तीन महीने में दूसरी बार घटा दिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 3,606 करोड़ रुपए रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,398 करोड़ रुपए था। कंपनी ने अनुमान लगाया है कि 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में डॉलर मूल्य में उसकी बिक्री में 7.5 से 8.5 प्रतिशत का इजाफा होगा। जुलाई में कंपनी ने बिक्री में 10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था। इससे पहले कंपनी ने अप्रैल में 2016-17 में अपनी आमदनी में 11.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था।
कंपनी का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में उसकी आमदनी स्थिर मुद्रा मूल्य पर 8-9 प्रतिशत बढ़ेगी। यह लक्ष्य आईटी उद्योगों के संगठन नास्कॉम के आईटी निर्यात में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि के अनुमान से कहीं कम है। आमदनी के अनुमान में कटौती के बाद बंबई शेयर बाजार में इन्फोसिस का शेयर 2.38 प्रतिशत के नुकसान से 1,027 रुपए पर आ गया। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव तथा ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (ब्रेक्जिट) के पक्ष में मतदान करने के बाद से बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी है। कंपनियां अपने अनुबंध देने के बजट में कटौती कर रही हैं। खर्च को लेकर वे सतर्कता का रुख अपना रही हैं। अगस्त में इन्फोसिस ने रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ग्रुप से एक महत्वपूर्ण अनुबंध गंवाया था।
इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का ने कहा, ‘हमें अनिश्चित बाहरी वातावरण का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद हमारा ध्यान अपनी रणनीति के क्रियान्वयन तथा अपने सॉफ्टेवयर सेवा मॉडल की रफ्तार बढ़ाने पर है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के अपने प्रदर्शन तथा निकट भविष्य के अनिश्चित कारोबारी परिदृश्य के मद्देनजर हम अपनी आमदनी के अनुमान में संशोधन कर रहे हैं।’ हालांकि सिक्का ने कहा कि कंपनी 2020 तक 20 अरब डॉलर की आमदनी के अपने लक्ष्य को हासिल करने को प्रतिबद्ध है। इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी एम डी रंगनाथ ने कहा कि परिचालन दक्षता में और सुधार से तिमाही के दौरान हमारा मार्जिन बढ़ा है। ‘परिचालन नकदी का प्रवाह मजबूत रहा है और हेजिंग के जरिये हमने प्रभावी तरीके से मुद्रा के उतार-चढ़ाव के असर को कम किया है।’
सितंबर तिमाही में डॉलर मूल्य में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 3.8 प्रतिशत बढ़कर 53.9 करोड़ डॉलर रहा। वहीं इस दौरान कंपनी की आमदनी 8.2 प्रतिशत बढ़कर 2.5 अरब डॉलर रही। सितंबर तिमाही में कंपनी ने सकल स्तर पर 12,717 लोगों को जोड़ा। शुद्ध स्तर पर कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में 2,779 का इजाफा हुआ। इस तरह 30 सितंबर, 2016 तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 1.99 लाख पर पहुंच गई। तिमाही के दौरान कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों की दर 20 प्रतिशत रही। तिमाही के दौरान कंपनी तरल परिसंपत्तियां, जिनमें नकदी और नकदी जैसी परिसंपत्तियां शामिल हैं, 35,640 करोड़ रुपए थीं। 30 जून, 2016 को यह 33,212 करोड़ रुपए थीं। इन्फोसिस ने 11 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश की भी घोषणा की है।