इंडोनेशियाई कंपनी बारा दया एनर्जी ने अडानी ग्रुप को बड़ा झटका दिया है। कोल इंडिया लिमिटेड की ओर से कोयला आयात करने के लिए जारी किए 3-3 मिलियन टन के दो टेंडरों में बारा दया एनर्जी ने अडानी ग्रुप से कम बोली लगाई है। इन दोनों टेंडरों का मूल्य करीब 9 हजार करोड़ रुपए हैं। इस कोयले का आयात बिजली उत्पादन कंपनियों की ओर से सरकारी कोयला कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, बारा दया एनेर्जी की ओर से देश के पूर्वी तट पर कोयला आपूर्ति के लिए 4,331.7 करोड़ रुपए की बोली लगाई गई है जबकि अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की ओर से ये बोली 5,030 करोड़ रुपए है। वहीं, देश की पश्चिमी तट पर कोयला आपूर्ति के लिए बारा दया एनेर्जी की ओर से 4,497 करोड़ रुपए की बोली लगाई गई है।

पिछले कोल इंडिया की ओर से जारी किए गए 2.4 मिलियन टन कोयला आयात करने के टेंडर में बारा दया एनेर्जी की बोली को दस्तावेज पूरे न होने और कुछ तकनीकी कारणों की वजह से रद्द कर दिया गया था।

गौरतलब है कि बारा दया एनेर्जी वह कंपनी जिसके कॉन्ट्रैक्ट को पिछले साल अक्टूबर में गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कारपोरेशन की ओर से रद्द कर दिया गया था। कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने के पीछे की वजह कंपनी की ओर से सिक्का पावर प्लांट को कोयला आपूर्ति में लगातार आ रही समस्या को बताया गया था।

देश में कोयला की कमी को पूरा करने के लिए बिजली उत्पादन कंपनियों की ओर से कोल इंडिया लिमिटेड ने तीन कोयलाआयात टेंडर निकालने का फैसला किया था, जिसमें से 2.4 मिलियन टन कोयला आयात करने के पहले कॉन्ट्रैक्ट के लिए अडानी इंटरप्राइजेज पहले ही सबसे कम बोली लगा चुका है। बता दें, हाल ही में एनटीपीसी की ओर से 6.25 मिलियन टन कोयला आयात करने का 8,300 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट अडानी इंटरप्राइजेज दिया जा चुका है।