Indian Railways child ticket policy: भारत में हर दिन लाखों-करोड़ों की संख्या में लोग ट्रेन से सफर करते हैं। क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के लिए लोग अभी से टिकट बुकिंग शुरू कर रहे है, छुट्टियों में कई लोग अपने बच्चों के साथ घूमने जाते हैं। ट्रेन का सफर अन्य साधनों जैसे बस या प्लेन की तुलना में काफी किफायती यात्रा विकल्पों में से एक हैं। ट्रेन में किन बच्चों का टिकट नहीं लगता है और स्लीपर से लेकर फर्स्ट AC तक में फ्री यात्रा कौन कर सकता है। यहां हम आपको जानकारी दे रहे हैं…
भारतीय रेलवे चाइल्ड टिकट पॉलिसी (Indian Railways child ticket policy)
माता-पिता को भारतीय रेलवे की बाल टिकट नीति की जानकारी होना जरूरी है। नियमों के अनुसार, पांच साल से कम उम्र के बच्चे बिना टिकट खरीदे फ्री में यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, इस प्रावधान में एक अपवाद भी है। इसलिए, माता-पिता को ट्रेवल का प्लान बनाने से पहले चाइल्ड टिकट पॉलिसी की जानकारी होना चाहिए।
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भारतीय रेलवे चाइल्ड टिकट आयु सीमा (Indian Railways child ticket age limit)
5 वर्ष से कम : मुफ्त यात्रा (अलग बर्थ की आवश्यकता नहीं)
5 से 12 वर्ष से कम : क्या बर्थ/सीट की आवश्यकता नहीं है? (मुफ्त), अलग बर्थ/सीट चाहिए? (वयस्क के किराए के बराबर पूरा किराया देना होगा)
12 वर्ष और उससे अधिक : पूरा वयस्क किराया लिया जाएगा।
रेल मंत्रालय द्वारा 6 मार्च, 2020 को जारी एक सर्कुलर के अनुसार, “…पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को निःशुल्क ले जाया जाएगा। हालांकि, अलग बर्थ या सीट (चेयर कार में) नहीं दी जाएगी। इसलिए, अलग बर्थ का दावा न किए जाने पर टिकट खरीदने की जरूरत नहीं है। हालांकि, यदि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए स्वैच्छिक आधार पर बर्थ/सीट मांगी जाती है, तो पूरा वयस्क किराया लिया जाएगा।”
