Indian Railways Rules 2025: देश में पालतू जानवर के साथ यात्रा करना काफी उलझन भरा रहता है। यहां उलझन तब और बढ़ जाती है, जब आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हों। कई पालतू जानवरों के मालिक हमेशा ये कंफ्यूजन में रहते हैं कि क्या भारतीय रेलवे में कुत्तों को ले जाने की अनुमति है या फिर नहीं। यहां हम आपके इसी कंफ्यूजन को दूर कर रहे हैं…
फर्स्ट एसी में कुत्तों के साथ सफर
भारतीय रेलवे से कुत्तों को उनके मालिकों के साथ फर्स्ट एसी केबिन या फिर फर्स्ट क्लास डिब्बों में सफर करने की परमिशन मिल सकती है। लेकिन इसकी शर्त है कि मालिक ने पूरा डिब्बा बुक किया हो।
भारतीय रेलवे की तरफ से यहां नियम इसलिए बनाया गया है, ताकि किसी अन्य यात्री को असुविधा न हो। पूरा कैबिन बुक करने के बाद डीआरएम से अनुरोध किया जा सकता है और आपको आसानी से मंजूरी मिल सकती है।
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बाकी डिब्बों में नहीं है अनुमति
रेलवे नियमों के मुताबिक, स्लीपर क्लास, एसी स्लीपर, एसी चेयर कार और बाकी दूसरी श्रेणी के डिब्बों में कुत्तों का प्रवेश पूरी तरह से बैन है। इन डिब्बों में कई सारे अन्य यात्री होते हैं और पालतू जानवर दूसरों को यात्री को परेशान कर सकते हैं। इस कारण रेलवे शेयर डिब्बों में पालतू जानवरों को खुले में ले जाने की अनुमति नहीं देता है।
पार्सल वैन का इस्तेमाल
आप अगर पूरा डिब्बा बुक नहीं करना चाहते हैं तो आप ब्रेक/पार्सल वैन में बने एक खास डॉग बॉक्स में कुत्ते को ले जा सकते है। खास तौर से इसे पालतू जानवरों के लिए बनाया गया स्थान है। इस सेवा को पालतू जानवरों के मालिकों को स्टेशन पार्सल कार्यालय के जरिए बुक करना होता है।
बुकिंग प्रोसेस क्या है?
भारतीय रेलवे फिलहाल पालतू जानवरों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा नहीं देता है। इस प्रोसेस को पूरा करने के लिए मालिकों को स्टेशन पर पार्सल बुकिंग कार्यालय पर जाना होगा। यह प्रोसेस बड़ी होने की कारण आपको प्रस्थान से कम से कम 1 से 2 घंटे पहले स्टेशन पहुंचना जरूरी है।
