Indian Railways: 2023 खत्म होने वाला है और नया साल आने से पहले भारतीय रेलवे ने कुछ आंकड़ों को शेयर किया है। इंडियन रेलवे ने पिछले कुछ सालों में कई बड़े बदलाव देखे हैं। बात चाहें सस्टेनेबल डिवेलपमेंट की हो या डिजिटाइजेशन की, हर तरफ भारतीय रेलवे ने अपने सिस्टम को और सुविधाओं को अपग्रेड करने की कोशिश की है। पिछले कुछ सालों में यात्रियों ने रेलवे स्टेशन, ट्रेनों में कई सुधार देखे हैं। अब सोशल मीडिया साइट X (Twitter) पर भारतीय रेलवे ने एक पोस्ट किया है।
इंडियन रेलवे ने पिछले नौ सालों में 5,250 से ज्यादा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का प्रोडक्शन किया है। निश्चित तौर पर सस्टेनेबिलिटी की तरफ यह एक बड़ा कदम है। रेलवे का इरादा 2030 तक Net Zero Carbon Emitter बनने का है।
भारत में रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन
भारत ने 2023 तक ब्रॉड गेज नेटवर्क को इलेक्ट्रिफाई करने का 90 फीसदी काम पूरा कर लिया। भारत ने अपने कुल 65,300 किलोमीटर के नेटवर्क में से 58,812 रूट किलोमीटर (RKMs) को इलेक्ट्रिफाई कर दिया है।
फ्री वाई-फाई की सुविधा
भारत पिछले कुछ सालों में तेजी से डिजिटल क्रान्ति की तरफ बढ़ा है। फिर चाहें बात डिजिटल पेमेंट की हो या डिजिटल बैंकिंग की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया के सबसे बड़े हिमायती रहे हैं। इंडियन रेलवे के करीब 6000 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। इसके जरिए यात्रियों को आसान कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है।
विस्टा डोम कोच (Vista Dome Coaches)
Vista Dome कोच की शुरुआत सबसे पहले 2017 में विशाखापट्नम-अराकू रूट पर हुई थी। अब देशभर में अलग-अलग रूट पर 100 से ज्यादा विस्टा डोम कोच हैं जहां ट्रेन में सफर के दौरान विहंगम दृश्य और शानदार वादियां देखने को मिलती हैं। बता दें कि विस्टा डोम कोच में ग्लास सीलिंग होती है और ये कोच AC होते हैं। ग्लास सीलिंग के चलते यात्री रास्ते में प्राकृतिक दृश्यों को मजा लेते हुए शानदार सफर तय करते हैं।
नया निवेश
लेटेस्ट मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि सरकार की योजना आने वाले समय में पुरानी ट्रेनों को नए स्टॉक से बदलने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये निवेश की है। ट्रेनों के इस अधिग्रहण से रेलवे क 7 से 8000 नई ट्रेनें मिल जाएंगी।