भारत की अर्थव्यवस्था ट्रैक पर आ गई है, तेज गति से आगे बढ़ रही है। ये बात मूडी रेटिंग एजेंसी ने खुद स्वीकार की है। उसकी तरफ से भारत के लिए BAA3 रेटिंग को बरकरार रखा गया है। ये भी कहा गया है कि आने वाले सालों में भी देश की अर्थव्यवस्था ऐसे ही आगे बढ़ती रहेगी, यानी कि कई दूसरे देशों की तुलना में यहां पर प्रदर्शन बेहतर रहेगा।
भारत को लेकर गुड न्यूज
अभी के लिए रेटिंग एजेंसी ने स्थिति को यथावत रखा है, वहीं विदेशी और घरेलू करेंसी के मामले में भी BAA3 रेटिंग को बरकरार रखा गया है। अब मूडी की तरफ से ये तारीफ उस समय मिली है जब दूसरे कई देशों की हालत खस्ता चल रही है। क्या श्रीलंका, क्या पाकिस्तान, भारत के पड़ोसी देशों में आर्थिक स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध ने यूरोप के कई देशों की स्थिति बेहाल कर रखी है। वहां महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी भी बड़े स्तर पर है। लेकिन भारत ने खुद को संभाल रखा है, युद्ध के बावजूद भी जमीन पर स्थिति ज्यादा नहीं बिगड़ी है।
चिंता की क्या बात?
वैसे एक तरफ मूडीज ने भारत की तारीफ की है, उसकी तरफ से बढ़ते कर्ज पर चिंता भी जाहिर कर दी गई है। असल में भारत पर कर्ज बढ़ता चला जा रहा है, आने वाले सालों में ये ग्रोथ में एक बड़ी अड़चन बन सकता है। रेटिंग एजेंसी ने ये भी खुलासा किया कि पिछले सात-आठ सालों में भारत की संभावित ग्रोथ रेट में कमी देखने को मिली है। अभी के लिए जितने भी जी 20 देश हैं, उनमें अगले दो साल भारत सबसे आगे रह सकता है। लेकिन ग्रोथ रेट 6 फीसदी से 6.5 फीसदी रह सकती है।
भारत में जो राजनीतिक असहमति बढ़ती जा रही है, उसने भी देश की रेटिंग पर असर डाला है। अगर असहमति सीमित की जाएगी तो उस स्थिति में देश की रेटिंग में और ज्यादा सुधार संभव है। अगर सुधार होता है तो चुनावी मौसम में मोदी सरकार भी इसे भुनाने की जरूर कोशिश करेगी।