बीते बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने IDBI बैंक लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचने और मैनेजमेंट के ट्रांसफर को मंजूरी दी थी। इस बीच, अब आईडीबीआई बैंक ने ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है।
क्या है नई सुविधा: आईडीबीआई बैंक ने कोविड संकट के बीच अपने ग्राहकों के लिये वीडियो केवाई की सुविधा शुरू की है। इसके जरिए आप घर बैठे वीडियो-आधारित केवाईसी अपडेट करा सकेंगे। पहले इसके लिए ग्राहकों को ब्रांच जाना पड़ता था। आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वीडियो केवाईसी का जिक्र किया था।
केवाईसी पर आरबीआई ने क्या कहा: कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों और अन्य विनियमित वित्तीय संस्थाओं से कहा है कि केवाईसी अपडेट नहीं कराने वाले ग्राहकों के खिलाफ दिसंबर तक कोई दंडात्मक प्रतिबंध न लगाए। मतलब ग्राहकों को 31 दिसंबर तक की छूट रहेगी।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक इस मुश्किल घड़ी में हमारे नागरिक जिस परेशानी का सामना कर रहे हैं, हम सरकार के साथ मिलकर उस हालात में सुधार के लिए काम करेंगे। हमें अपने भविष्य को भी ध्यान में रखना होगा, जो इस मोड़ पर भी उज्ज्वल दिखाई दे रहा है, और भारत दुनिया की सबसे अधिक तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरने के लिए तैयार है।
इसके साथ ही आरबीआई ने प्रोप्रराइटरशिप फर्मों, अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं और कानूनी संस्थाओं के हितकारी मालिकों जैसी ग्राहकों की नई श्रेणियों के लिए वीडियो केवाईसी या वी-सीआईपी का दायरा बढ़ाने का भी फैसला किया है।
सरकार बेच रही है हिस्सेदारी: आपको बता दें कि आईडीबीआई बैंक में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने वाली है। आईडीबीआई बैंक की 94 फीसदी से भी अधिक हिस्सेदारी भारत सरकार और एलआईसी के पास है। भारत सरकार 45.48 फीसदी और एलआईसी 49.24 फीसदी हिस्सेदारी के साथ बैंक से जुड़ा है। एलआईसी के पास ही बैंक का मैनेजमेंट कंट्रोल है। (ये पढ़ें- 7th Pay Commission: दिव्यांग कर्मचारियों के लिए है ये नियम)
5 साल बाद मुनाफा: ये खबर ऐसे समय में आई है जब करीब 5 साल बाद आईडीबीआई बैंक मुनाफे में है। बैंक ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 1,359 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। इससे पहले 2019-20 में बैंक को 12,887 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। ये पांच साल बाद बैंक को मुनाफा हुआ है। ।(कोरोना काल में बदले हैं नाइट ड्यूटी अलाउंस के नियम, ऐसे मिलेगा फायदा)