आईसीआईसीआई बैंक ने अपने मोबाइल ऐप में नया सिक्याेरिटी फीचर दिया है। वहीं, भारतीय स्टेट बैंक चार सेवाओं को बंद करने जा रहा है। ‘आई-मोबाइल’ आईसीआईसीआई बैंक का मोबाइल बैंकिंग प्लेटफाॅर्म है। बैंक ने ग्राहकों को ‘मैनेज कार्ड’ का फीचर दिया है, जिससे ग्राहक किसी भी समय अपने मोबाइल फोन से बस एक क्लिक कर अपने क्रेडिट कार्ड की सुरक्षा को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके तहत, “ग्राहक अपने कार्ड को अस्थायी रूप से बंद और फिर चालू कर सकते हैं। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को बंद और चालू कर सकते हैं। इंटरनेशनल टांजेक्शन को चालू और बंद कर सकते हैं। एटीएम से पैसे निकालने को बंद और चालू कर सकते हैं।” कंपनी का दावा है कि पहली बार इस तरह की सेवा प्रदान की जा रही है।

इसके साथ ही इस फीचर का उपयोग कर ग्राहक अपने क्रेडिट लिमिट को बढ़ा और घटा भी सकते हैं। साथ ही खाना, मनोरंजन, कपड़े जैसे विभिन्न चीजों पर किए गए खर्च को चेक कर सकते हैं। इस फीचर के माध्यम से ग्राहक अपने मोबाइल पर एक क्लिक कर अपने क्रेडिट कार्ड पर अपना पूरा नियंत्रण रख सकते हैं। यह नया फीचर ग्राहकों को क्रेडिट और डेबिट कार्ड के उपयोग में होने वाली असुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है ताकि परेशानी कम हो सके। डेबिट और क्रेडिट कार्ड ज्यादा सुरक्षित हो।

दूसरी ओर, आने वाले दिनों में भारतीय स्टेट बैंक चार सेवाओं को बंद करने जा रही है। पहला, क्लासिक और मेस्ट्रो डेबिट का उपयोग करने वाले ग्राहक 31 अक्टूबर के बाद एक दिन में 20,000 से ज्यादा नहीं निकाल पाएंगे। दूसरा, 1 नवंबर से बैंक अपना मोबाइल वॉलेट एसबीआई बड्डी बंद करने जा रही है। तीसरा, वैसे ग्राहक जिन्होंने अपना मोबाइल नंबर बैंक में रजिस्टर नहीं करवाया है, वे 1 दिसंबर के बाद से इंटरनेट बैंकिंग सर्विस का उपयोग नहीं कर पाएंगे। चौथा, 31 दिसंबर के बाद से मैगनेटिक स्ट्रीप आधारित डेबिट कार्ड काम नहीं करेगा।

कैश लिमिट:- एसबीआई ने कैश निकालने की लिमिट को तय करने का फैसला इसलिए लिया है ताकि ग्राहकों को फ्रॉड से बचाया जा सके और डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दिया जा सके।

बड्डी बंद:- एसबीआई बड्डी को बंद करने के बारे में ग्राहकों को जानकारी दे दी गई है। बैंक द्वारा आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बड्डी को बंद करने का निर्णय ले लिया गया है। शून्य बैलेंस वाले खातों को पहले ही बंद किया जा चुका है। वहीं, अभी तक यह स्पष्ट नहीं पाया है कि बैलेंस वाले बड्डी अकाउंट का क्या होगा। हालांकि, इससे ग्राहकों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। एसबीआई ने अपने ग्राहकों को दूसरा मोबाइल वॉयलेट ऑप्शन ‘योनो’ दिया है।

मोबाइल लिंकिंग:- एसबीआई ने अपने ग्राहकों को 1 दिसंबर 2018 से पहले खाते से मोबाइल नंबर जोड़ने का निर्देश दिया ताकि उनकी इंटरनेट बैंकिंग सेवा चालू रह सके। बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, “अपने खाते के साथ मोबाइल नंबर लिंक नहीं कराने वाले ग्राहक एक दिसंबर के बाद इंटरनेट बैंकिंग सेवा का उपयोग नहीं कर पाएंगे।” हालांकि, अधिकांश ग्राहक अपना मोबाइल नंबर बैंक के साथ लिंक करवा चुके हैं।

डेबिट कार्ड बदलना:- भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश के बाद एसबीआई ने अपने ग्राहकों को मैगनेटिक स्ट्रीप वाले एटीएम व डेबिट कार्ड को 31 दिसंबर तक ईएमवी चिप वाले कार्ड के साथ बदलने का निर्देश दिया है। रिजर्व बैंक ने ग्राहकों को सिर्फ चिप वाले और पिन नंबर वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी करने को कहा है ताकि फ्रॉड से बचा जा सके।