Adani Power share price down: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट रिलीज होने के बाद एक बार फिर भूचाल आ गया है। और इसकी वजह है नई रिपोर्ट में सीधे बाजार नियामक SEBI चीफ माधबी बुच पर लगे गंभीर आरोप। हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेबी प्रमुख माधबी बुच (Buch) और उनके पति धवल बुच (Dhawal Buch) ने अडानी ग्रुप से जुड़े हुए शॉफशोर फंड्स में सीक्रेट निवेश किया था जो उनके ‘हितों का टकराव’ (conflict of interest) था। सोमवार (12 अगस्त) को बाजार खुलते ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स उम्मीद के मुताबिक बुरी तरह टूट गए। Adani Enterprises, Adani Ports और Adani Green Energy के शेयरों में 7 फीसदी तक की गिरावट आई है।

Adani Group के शेयरों में भी गिरावट

Adani Enterprises और Adani Ports दोनों शेयर्स Nifty 50 इंडेक्स पर 5 प्रतिशत तक गिर चुके हैं। इसके अलावा Adani Energy Solutions, Adani Wilmar और Adani Total Gas के शेयरों में भी 5 से 7 फीसदी का नुकसान हुआ है।

Hindenburg का नया दावा, SEBI प्रमुख माधबी बुच ने कुछ आरोप स्वीकारे, कहा- जवाब ने खड़े किए ‘नए जरूरी सवाल’

अडानी पोर्ट्स और अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर निफ्टी 50 इंडेक्स पर 5 प्रतिशत तक गिरने के बाद कुछ संभले। वहीं अडानी एंटरप्राइजेज में 2.60 प्रतिशत जबकि अडानी पोर्ट्स के शेयरों में 1.50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

Adani Green Energy के शेयरों में 3 प्रतिशत, Adani Energy solutions के शेयरों में 2.80 प्रतिशत की गिरावट हुई। वहीं Adani Total Gas के शेयर 5 प्रतिशत, Adani Power के शेयर्स 4 प्रतिशत, Adani Wilmar के शेयर्स 3.70 प्रतिशत टूट गए। ACC और Ambuja Cements भी अडानी ग्रुप की ही कंपनियां हैं और नई हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर इन शेयरों पर भी देखने को मिला। ये दोनों शेयर्स क्रमशः 1.20 प्रतिशत और 0.30 प्रतिशत की गिरावट पर कारोबार करते दिखे।

अडानी ग्रुप ने जारी किया था बयान

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पहर अडानी ग्रुप की तरफ से भी रविवार को बयान जारी किया गया। इस बयान में कहा गया कि यह सिर्फ हमें बदनाम करने वाले दावों की रीसाइकलिंग है। हिंडनबर्ग की तरफ से लगे सभी आरोपों की जांच हो चुकी है और सभी आरोप निराधार साबित हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इन्हें खारिज कर दिया है। अडानी ग्रुप का कहना है कि हमारा ओवरसीज होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट है और पब्लिक दस्तावेजों में इसे दिखाया गया है। जिन व्यक्तियों या मामलों को नई रिपोर्ट में हमारे साथ जोड़ गया है, उनसे हमारा कोई संबंध नहीं है।

SEBI प्रमुख पर क्या हैं Hindenburg के आरोप?

सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में दावा किया गया कि ‘हितों का टकराव’ अडानी ग्रुप से जुड़े ऑफशोर फंड्स में उन्होंने निवेश के चलते हुआ।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया कि अडानी ग्रुप से जुड़े उन इन्वेस्टमेंट फंड की जांच सेबी ने की, जिसमें माधबी पुरी बुच ने भी निवेश किया था। इसी के चलते सेबी ने अडानी ग्रुप पर कोई कार्रवाई नहीं की।