एचडीएफसी बैंक ने अपने जून तिमाही में एक लंबी छलांग लगाई है। कंपनी ने इस साल की पहली तिमाही में 19 प्रतिशत की छलांग लगाकर तिमाही के अंत यानी 30 जून तक स्‍टैंडअलोन कुल शुद्ध लाभ 9,195.99 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। वहीं पिछले साल एचडीएफसी बैंक ने 7,729.64 रुपए का लाभ दर्ज किया था। प्राइवेट सेक्‍टर के सबसे बड़े बैंक ने जून 2021 के तुलना में इस साल के जून में 13 प्रतिशत का ग्रोथ हासिल किया है।

हालाकि क्रमिक आधार पर, लाभ का आंकड़ा 10,055.18 करोड़ रुपये से 8.9 प्रतिशत कम था, जबकि राजस्व 41,085.78 करोड़ रुपये से मामूली रूप से बढ़ा है। वहीं निजी कर्जदाता की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) पिछले साल की समान तिमाही में 17,009 करोड़ रुपए से 14.5 प्रतिशत बढ़कर 19,481.4 करोड़ रुपए हो गई और कुल संपत्ति पर कोर इंटरेस्ट मार्जिन 4 फीसदी था। आइए जानते हैं HDFC बैंक के प्रोफिट की पांच वजह क्‍या रहीं।

स्थिर लाभ
Q1FY23 के लिए कर्जदाता बैंक का स्‍टैंडअलोन शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 9,579 करोड़ रुपए रहा। यह कम प्रावधानों और उच्च परिसंपत्ति वृद्धि के कारण था।

मजबूत कर्ज बढ़ोतरी
30 जून को निजी बैंक का कुल कर्ज सालाना आधार पर 21.6 फीसदी बढ़कर 13.95 लाख करोड़ रुपए था। खुदरा लोन, जो बैंक के अग्रिमों का 39 प्रतिशत था में 21.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि वाणिज्यिक और ग्रामीण बैंकिंग लोन में वर्ष पर 28.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कॉर्पोरेट और अन्य थोक कर्जों में सालाना आधार पर 15.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका मतलब है कि कोविड के बाद से बैंक ने तेजी से उछाल दर्ज की है।

बैंक ने एक नियामक फाइलिंग में कहा है कि 30 जून, 2022 को समाप्त तिमाही के लिए शुद्ध ब्याज आय 14.5% बढ़कर 19,481.4 करोड़ रुपए हो गई, जो 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही के लिए 17,009.0 करोड़ रुपये थी।

संपत्ति की गुणवत्ता बिगड़ी
तिमाही में एचडीएफसी बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में गिरावट आई, जिसमें सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (GNPA) अनुपात 1.28 प्रतिशत तक बढ़ गया, जो पिछली तिमाही से 11 आधार अंक (बीपीएस) अधिक था, लेकिन सालाना आधार पर 19 बीपीएस कम था। जून के अंत तक शुद्ध एनपीए 0.35 प्रतिशत था, जो क्रमिक रूप से 3 बीपीएस अधिक और वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 15 बीपीएस कम था।

कम पूंजी पर्याप्‍तता
एचडीएफसी बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 30 जून को 17.5 प्रतिशत था, जो वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 18.9 प्रतिशत और वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में 19.1 प्रतिशत था।

स्थिर मार्जिन
Q1FY23 के दौरान HDFC बैंक का मुख्य शुद्ध ब्याज मार्जिन कुल संपत्ति पर 4.1 प्रतिशत और ब्याज आय संपत्ति पर 4.2 प्रतिशत रहा। पिछली तिमाही की तुलना में रुझान व्यापक रूप से स्थिर हैं। बैंक के एक बयान के अनुसार, अप्रैल-जून के दौरान, एचडीएफसी बैंक ने 2.6 मिलियन नए देनदारी खाते जोड़े हैं। जिसके बाद जून के अंत तक कुल जमा 19.2 प्रतिशत बढ़कर 16.04 लाख करोड़ रुपये हो गया। 30 जून को बचत खाता जमा राशि 5,14,063 करोड़ रुपए और चालू खाता जमा 2,20,584 करोड़ रुपए के साथ CASA जमा 20.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।