HDFC Bank अपने ग्राहकों को अब कार मेकर्स की वेबसाइट पर ही प्री-अप्रूव्ड व्हीकल लोन की सुविधा दे रहा है। इसके लिए एचडीएफसी बैंक ने एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) बनाया है, जो कि कार निर्माता कंपनियों की वेबसाइट के साथ जोड़ा जाएगा। इसकी मदद से ग्राहकों को वाहन लोन के लिए बैंक जाने की भी जरुरत नहीं पड़ेगी।

एचडीएफसी बैंक के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट आशीष नायर ने बताया कि बैंक के नए कस्टमर इंटरफेस की मदद से ग्राहकों को उनकी क्रेडिट हिस्ट्री और बैंक ट्रांजैक्शन के आधार पर प्री अप्रूव्ड लोन दिया जाएगा। बैंक अपनी योजना के तहत इन कार निर्माता कंपनियों के साथ इंटरफेस लिंक स्थापित करेगा, जिसकी मदद से ग्राहकों को तुरंत और आसानी से व्हीकल लोन मिल सकेगा।

कैसे मिलेगा प्री-अप्रूव्ड लोनः आशीष नायर के अनुसार, एपीआई की मदद से एचडीएफसी बैंक को कार निर्माता कंपनी की वेबसाइट/ थर्ड पार्टी की वेबसाइट पर सीधा एक्सेस मिलेगा, जिससे बैंक द्वारा कस्टमर की एप्लीकेशन को जल्द ही प्रोसेस कर दिया जाएगा। नायर के अनुसार, नई प्रक्रिया की मदद से क्रेडिट कम होगा और ऑपरेटिंग लागत में भी कमी आएगी। बैंक बिना प्रोसेसिंग फीस लगाए व्हीकल लोन पर अच्छा डिस्काउंट भी दे सकेगा।

इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक इस संबंध में कार निर्माता कंपनी Hyundai, Maruti Suzuki, Kia Motors, MG Cars, Mahindra & Mahindra के साथ बातचीत कर रहा है। ह्युंदै के सेल्स हेड विकास जैन का कहना है कि यदि आज आप कार खरीदना चाहते हैं, तो आपको सिर्फ हमारी वेबसाइट पर लॉगइन करना होगा। इसके लिए ग्राहकों को किसी फाइनेंस डीलर की भी जरुरत नहीं होगी।

वेबसाइट पर लॉगइन के बाद आप बस कार का टाइप और रंग सलेक्ट करने के बाद वह डीलर चुनें, जिससे आपको कार खरीदनी है क्योंकि लोन एचडीएफसी बैंक द्वारा पहले ही अप्रूव्ड कर दिया जाएगा। जैन ने बताया कि अभी इस योजना पर काम चल रहा है और अगले कुछ माह में ही इसके शुरू हो जाने की उम्मीद है।

बता दें कि HDFC बैंक के मौजूदा वक्त में 4 करोड़ ग्राहक हैं और बैंक अभी तक 85,000 करोड़ रुपए का व्हीकल लोन दे चुका है, जो कि इस सेगमेंट में सबसे ज्यादा है। अब नए बदलावों के बाद एचडीएफसी बैंक व्हीकल लोन सेक्टर में और ज्यादा मजबूत होगा।

बता दें कि एचडीएफसी प्री-अप्रूव्ड लोन की यह सुविधा ऐसे वक्त में लेकर आया है, जब देश में ऑटो सेक्टर में मंदी छायी हुई है। अगस्त माह में घरेलू पैसेंजर व्हीकल सेल लगातार 10वें माह गिरावट के साथ 31.57% तक कम हो गई है। साल 1997-98 के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट आयी है।