भारतीय शेयर बाजार में आज खुश होने के लिए हर वजह मौजूद थी। जीएसटी काउंसिल द्वारा टैक्स सुधारों और निफ्टी के रिकॉर्ड ऊंचाई पर वापस लौटने के साथ निवेशकों ने ऑटो, FMCG और बैंकिंग शेयरों में जमकर खरीदारी की। फिर भी इस दौड़ में सभी शेयर शामिल नहीं हुए। डिफेंस , गेमिंग और आईटी जैसे कई सेक्टर लाल निशान में पहुच गएं,आइए उन शेयरों पर एक नजर डालते हैं जो इंट्राडे सत्र में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे…

गेमिंग कंपनियों के शेयरों में गिरावट

कैसीनो, ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी गेम्स पर 40% की भारी जीएसटी दर ने भारत के लिस्टेड गेमिंग सेक्टर को बुरी तरह प्रभावित किया है। डेल्टा कॉर्प के शेयरों में 7% से अधिक की गिरावट आई, जबकि देश की सबसे बड़ी लिस्टेड गेमिंग कंपनी नाजारा टेक्नोलॉजीज के शेयरों में इंट्राडे ट्रेडिंग सत्र में लगभग 2% की गिरावट आई।

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डिफेंस शेयरों में गिरावट

सरकार द्वारा जीएसटी में बदलाव करने के बावजूद डिफेंस सेक्टर की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। दोपहर के कारोबार तक निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 1.35% गिर गया। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) , भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) , मझगांव डॉक Mazagon Dock(), भारत डायनेमिक्स (BDL) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयर 1-4% तक गिर गए। यहां तक ​​कि गार्डन रीच और कोचीन शिपयार्ड जैसी जहाज निर्माता कम्पनियां , सोलर इंडस्ट्रीज और मिधानी भी सबसे अधिक नुकसान में रहीं।

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आईटी शेयरों में आई गिरावट

4 सितंबर 2025 को 3PM तक अधिकतर आईटी दिग्गज इंट्राडे ट्रेडिंग सेशन में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे है। इसमें सिर्फ एक मात्र शेयर टीसीएस हरे निशान पर काम कर रहे थे। जीएसटी में व्यापक बदलाव ने विभिन्न सेक्टर में मिले-जुले परिणाम दिखाएं हैं। ऑटो, एफएमसीजी और इंश्योरेंस कंपनियों को साफ तौर पर लाभ हुआ है और कम टैक्स दरों से त्योहारों में डिमांड में तेजी आने की उम्मीद है लेकिन गेमिंग, डिफेंस और यहां तक ​​कि कुछ Apparel कंपनियों के लिए इसका प्रभाव बहुत कम अच्छा रहा है।

[डिस्क्लेमर: ये आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। Jansatta.com अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।]