देश के किसानों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। पीएम-कुसुम योजना भी उन्हीं योजनाओं में से एक है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी देकर सोलर पंप लगवाने का अवसर दे रही है। पीएम कुसुम योजना के जरिए किसान महज 10 फीसदी पैसा देकर महंगे सोलर उपकरण लगवा सकते हैं और मुफ्त की बिजली पा सकते हैं यानी आपको बिजली के बिल की चिंता करने की जरूरत नहीं रहेगी। आज हम आपको यह योजना क्या है और इसमें आवेदन कैसे करें इसकी जानकारी देंगे, आइए जानते हैं…
क्या है पीएम कुसुम योजना?
साल 2019 में इस योजना की शुरु किया गया है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा से जोड़ना है और डीजल-पेट्रोल या बिजली पर निर्भरता को कम करना है। इस योजना के जरिए स्वच्छ ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
क्या है पीएम कुसुम योजना के लाभ?
किसान को सोलर उपकरण लगवाने के लिए सिर्फ 10% पैसा ही अपनी तरफ से देना होता है।
सरकार 60% सब्सिडी देती है, 30% बैंक से लोन लिया जा सकता है।
सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप की वजह से बिजली का बिल भी कम आता है।
किसान अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर पैसा भी कमा सकता है।
क्या है पीएम कुसुम योजना की पात्रता?
पीएम कुसुम योजना का लाभ सभी किसानों को दिया जाता है।
पीएम कुसुम योजना में आवेदन करने के लिए किसान के पास कृषि भूमि या लीज पर ली गई भूमि होनी चाहिए।
पीएम कुसुम योजना में आवेदन करने लिए किन डॉक्यूमेंट की जरूरत होगी?
– आधार कार्ड<br>– पासपोर्ट साइज फोटो
– डिक्लरेशन फॉर्म
– भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
– बैंक अकाउंट आदि।
कैसे करें पीएम कुसुम योजना के लिए आवेदन?
– सबसे पहले PM-Kusum Mobile App डाउनलोड करें और ओपन करें।
– जिस कंपोनेंट के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उस पर क्लिक करें।
– अब अपना राज्य और भाषा चुनें और आगे बढ़ें।
– एप में नीचे ‘पीएम-कुसुम योजना के लिए आवेदन करें’ पर क्लिक करें।
– अब किसान रजिस्ट्रेशन का फॉर्म खुल जाएगा।
– आपको Component चुनना होगा।
– इसके बाद सारी डिटेल सही-सही दर्ज करके रजिस्टर पर क्लिक करें।
– अब आपको कितनी पावर का सोलर पंप चाहिए, यह बताना होगा।
– यह सब भरते ही आपको कितना पैसा देना होगा, यह पता चल जाएगा।
– आपको फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को सही-सही भरना है और अपलोड कर देना है।
– अब किसान को 10% राशि सप्लायर को देनी होगी, वो सोलर पंप इंस्टॉल कर देगा।
– सब्सिडी का पैसा और लोन एप्रूव होने में 10 दिनों से 90 दिनों का समय लग सकता है।