भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) का कारोबार सरसों तेल से लेकर सौर ऊर्जा तक और पोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक फैला हुआ है। जिस रफ्तार से उनकी दौलत बढ़ रही है, उसी रफ्तार से वह अपने कारोबार को भी फैला रहे हैं। ग्रीन एनर्जी (Green Energy) गौतम अडानी का नया पसंदीदा क्षेत्र बनकर उभरा है, जहां सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और सबसे पुराने औद्योगिक घरानों में से एक टाटा (Tata Group) से उनकी सीधी टक्कर हो रही है। अडानी ने ग्रीन एनर्जी में 3.74 लाख करोड़ से लेकर 5.25 लाख करोड़ रुपये तक पैसे लगाने का ऐलान कर दिया है।

गौतम अडानी ने किया ऐलान

लंदन साइंस म्यूजियम में एक समिट को संबोधित करते हुए गौतम अडानी ने इस सप्ताह की शुरुआत में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि अडानी समूह (Adani Group) की कंपनियां 2030 तक अपने पूरे पूंजीगत व्यय का 70 प्रतिशत एनर्जी ट्रांजिशन पर खर्च करेंगी। अडानी समूह की कंपनियों के 2030 तक के कैपेक्स का 70 प्रतिशत 50 से 70 अरब डॉलर के बीच बैठता है। यानी अडानी की कंपनियां आने वाले समय में ग्रीन एनर्जी पर 3.74 लाख करोड़ रुपये से 5.25 लाख करोड़ रुपये तक निवेश कर सकती है।

मुकेश अंबानी के निवेश का सात गुना है अडानी का व्यय

ग्रीन एनर्जी पर अडानी का यह दांव मुकेश अंबानी के घोषित निवेश का 7 गुना है। मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की एजीएम में जून में कहा था कि उनकी कंपनी ग्रीन एनर्जी में अगले तीन साल में 75 हजार करोड़ रुपये तक निवेश करेगी। इसके तहत अंबानी की कंपनी हाल ही में कई सौदे कर चुकी है। पिछले 10 दिन में अंबानी सोलर पावर सेक्टर में 9000 करोड़ रुपये तक का सौदा कर चुके हैं। इसमें 5800 करोड़ रुपये में नॉर्वे की सोलर एनर्जी कंपनी आरईसी सोलर होल्डिंग्स का अधिग्रहण भी शामिल है।

ग्रीन एनर्जी को माना जा रहा है भविष्य

आपको बता दें कि कार्बन उत्सर्जन कम करने को लेकर हुए अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत पारंपरिक ईंधनों की खपत कम करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके मद्देनजर न सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा दिया जा रहा है, बल्कि एनर्जी के पारंपरिक स्रोतों में भी बदलाव किया जा रहा है। कोयला से बिजली बनाने वाले प्लांट के ऊपर अब अल्टरनेटिव और रीन्यूएबल स्रोतों पर जोर दिया जा रहा है। चूंकि भारत जैसे देश में सालों भर धूप की उपलब्धता रहती है, यहां सौर ऊर्जा पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

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टाटा और एनटीपीसी भी दौड़ में पीछे नहीं

परिवर्तन की इस होड़ में कई दिग्गज बढ़त बनाने के प्रयास में हैं। अडानी और अंबानी जहां बड़ा दांव चल चुके हैं, टाटा समूह भी पीछे नहीं है। टाटा समूह ग्रीन एनर्जी पर 5,500 करोड़ रुपये तक खर्च करने का मन बना चुका है। सरकारी कंपनी एनटीपीसी (NTPC) भी इस रेस का हिस्सा है। एनटीपीसी भारत का सबसे बड़ा सोलर पार्क बना रही है, जिसकी क्षमता 4,750 मेगावाट की होगी। अंबानी इससे पहले ग्रीन एनर्जी में 1.46 लाख करोड़ रुपये निवेश करने वाले थे। भविष्य को भांपते हुए अब उन्होंने अपने दांव को करीब चार गुना बड़ा कर दिया है।