उद्योगपति गौतम अडानी की संपत्ति में बढ़ा इजाफा देखने को मिल गया है। एक झटके में अडानी की संपत्ति में 6.5 अरब डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिल गई है। वर्तमान में उनकी संपत्ति 66.7 तक पहुंच गई है और वे अमीरों की लिस्ट में 19वें स्थान पर आ गए हैं। बताया जा रहा है कि अडानी के शेयरों में जो तेजी आई है, उसी वजह से उनकी संंपत्ति पर भी इसका सीधा असर देखने को मिला है।

कितनी बढ़ी संपत्ति?

वैसे अडानी ने एक तगड़ी वापसी जरूर की है, लेकिन उद्योगपति मुकेश अंबानी अभी भी उनसे आगे ही चल रहे हैं। टॉप 20 की लिस्ट में अंबानी अभी 13वें स्थान पर हैं। आंकड़ों में बात करें तो अडानी ग्रुप के जो शेयर हैं, उनका ओवरऑल मार्केट कैप 1.04 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 11.29 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। बड़ी बात ये है कि ऐसा उछाल पिछले साल 11 अप्रैल के बाद देखने को मिला है। अब यहां ये समझना जरूरी है कि हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट के आने के बाद से ही अडानी शेयर गिरने लगे थे, खुद गौतम अडानी को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा था।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था?

लेकिन उसी रिपोर्ट को लेकर कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने गौतम अडानी को बड़ी राहत देने का काम किया। उनकी तरफ से अभी तक कोई फैसला तो नहीं सुनाया गया है, लेकिन एक बयान में हिंडनबर्ग रिपोर्ट की सत्यता पर सवाल जरूर उठा दिए हैं। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि वर्तमान स्थिति में वे हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को सत्य नहीं मान सकते हैं। इस समय कोर्ट के पास उस रिपोर्ट की वास्तविकता चेक करने के लिए कोई साधन नहीं है, ऐसे में सेबी को मामले की जांच करने के लिए कहा गया है।

हिंडनबर्ग विवाद क्या है?

जानकारी के लिए बता दें कि 25 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 प्रश्नों को शामिल किया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। उस रिपोर्ट के बाद ही रिकॉर्ड स्तर पर अडानी के शेयर गिर गए थे और भारत की राजनीति में भी बड़ा सियासी भूचाल आया था।