फ्यूचर ग्रुप के रिटेल बिजनेस को रिलायंस इंडस्ट्रीज के हाथों बेचने के चलते चर्चा में चल रहे किशोर बियानी को एक समय में देश का रिटेल किंग कहा जात था। रिटेल सेक्टर में बिग बाजार और ईजीडे मार्केट जैसे ब्रांड्स के चलते पहचान बनाने वाले किशोर बिय़ानी के पास इस सेक्टर का लंबा अनुभव है। यही नहीं उन्होंने अपनी बेटियों अशनि और अवनि को भी बिजनेस में शामिल किया है और उन्हें इसकी बारीकियां सिखाई हैं। यही नहीं किशोर बियानी कहते हैं कि उन्हें रिटेल सेक्टर की बारीकियां और ट्रेंड में चल रही चीजों की जानकारी अपनी बेटियों से ही मिलती रही है। बीते साल CNBC-TV18 को दिए एक इंटरव्यू में बियानी ने कहा था कि वह हमेशा से युवा पीढ़ी के साथ काम करना पसंद करते रहे हैं।

बियानी ने कहा था, ‘मैं जो कुछ भी करता हूं, उसमें मेरी बड़ी बेटी सलाहकार के तौर पर शामिल रहती है। मैं उससे सभी तरह के फूड ट्रेंड्स के बारे में जानता हूं और यह समझता हूं कि फिलहाल युवा पीढ़ी में किस चीज का ट्रेंड चल रहा है। इसलिए मैं मानता हूं कि मेरी बेटियां हर दिन मुझे कुछ न कुछ बताती हैं, जो मैं सीखता हूं।’ बियानी की बड़ी बेटी अशनि फ्यूचर कंपनी की फ्यूचर कन्जयूमर की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। अशनि की शादी वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के भतीजे विराज दिदवानिया से हुई है। इसके अलावा छोटी बेटी अवनि बियानी लाइफस्टाइल फूड स्टोर चेन फूडहॉल का कामकाज संभालती हैं।

किशोर बियानी ने अवनि के बारे में कहा था कि फूडहॉल उसका ही कंसेप्ट है और वह स्वतंत्र रूप से इस पर काम कर रही हैं। उन्हें जब कोई समस्या होती है तो वह मुझसे पूछती हैं। इसलिए मैं उनकी समस्याओं को हल करने वाला व्यक्ति हूं। वह जब भी कुछ नया करना चाहती है तो फिर मेरे साथ आइडिया शेयर करती है। न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र और राजनीति में ग्रैजुएशन करने वाली अवनि की एंगेजमेंट न्यूयॉर्क स्थित बैंकर राहुल जैन से हुई है।

यही नहीं जिस रिलायंस ग्रुप के हाथों किशोर बियानी ने अपने रिटेल बिजनेस को बेचा है, उसके संस्थापक धीरूभाई अंबानी को भी वह अपना प्रेरणास्रोत बताते रहे हैं। वह कहते हैं कि धीरूभाई अंबानी ने ग्रोथ का जुनून था और वह हमेशा निर्भीक रहते थे। बता दें कि किशोर बियानी इन दिनों कर्ज के संकट से जूझ रहे हैं और इसी के चलते उन्होंने बिग बाजार समेत अपने रिटेल बिजनेस को 24,700 करोड़ रुपये में रिलाय़ंस इंडस्ट्रीज को बेच दिया है। इससे पहले कर्ज के चलते ही उन्होंने अपने कपड़ों के ब्रांड Pantaloon को भी आदित्य बिड़ला ग्रुप के हाथों बेच दिया था।