केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि इस वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ जीरो के आसपास रह सकती है। एक इवेंट को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने मंगलवार को कहा कि इस साल जीडीपी ग्रोथ के शून्य के करीब रहने का अनुमान है, लेकिन अगले साल देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहेगा। वित्त मंत्री का बयान ऐसे समय में आया है, जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इस साल भारत की जीडीपी ग्रोथ के माइस 10.3 पर्सेंट रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले आईएमएफ ने जून महीने में 4.5 पर्सेंट की गिरावट की ही बात कही थी, लेकिन पहली तिमाही में 23.9 पर्सेंट की गिरावट का आंकड़ा आने के बाद उसने भी इसे बढ़ाते हुए 10.3 फीसदी कर दिया है।

बीते कुछ सालों में भारत दुनिया की तेजी से ग्रोथ करती अर्थव्यवस्थाओं में से एक था, लेकिन बीते साल से हालात बदले हैं। यहां तक कि पड़ोसी देश चीन भी भारत से आगे निकल गया है। फाइनेंशियल ईयर 2019-20 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 4.2 पर्सेंट पर ही ठहर गई थी, जबकि चीन की इकॉनमी ने 6 फीसदी की दर से ग्रोथ की थी। इस साल भी एक तरफ आईएमएफ ने भारत की इकॉनमी में बड़ी गिरावट की बात कही है तो दूसरी तरफ चीन की ग्रोथ 1.9 पर्सेंट रहने का अनुमान जताया है। हालांकि वैश्विक संस्था ने अगले साल भारत की आर्थिक ग्रोथ 8.8 पर्सेंट रहने का अनुमान जताया है, जबकि चीन की ग्रोथ 8.2 फीसदी रहेगी।

अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिलने की बात करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अप्रैल से अगस्त के दौरान एफडीआई में तेजी देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि इस दौरान एफडीआई में 2019 के मुकाबले 13 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। भारत में एफडीआई में इतनी तेज ग्रोथ कभी नहीं हुई है। इसके अलावा वित्त मंत्री ने पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स में उछाल को भी अर्थव्यवस्था में सुधार का संकेत बताया। उन्होंने कहा, ‘हम सुधार देख सकते हैं, खासतौर पर परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स के मामले में। इसमें 2012 के बाद पहली बार इतनी तेजी देखने तो मिली है। इससे यह संकेत मिलता है कि लगातार सुधार हो रहा है और यह बना हुआ है। तीसरी और चौथी तिमाही में भी स्थायी सुधार देखने को मिलेगा।’

फेस्टिव सीजन से है वित्त मंत्री को ग्रोथ की उम्मीद: वित्त मंत्री ने कहा कि देश में फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ ही सुधार की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘प्राइमरी सेक्टर्स अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। कृषि और ग्रामीण सेक्टर अच्छा कर रहे हैं। इसके चलते ड्यूरेबल गुड्स, कृषि उपकरणों और वाहनों की माग में तेजी दिखी है। फेस्टिव सीजन में डिमांग बढ़ने की उम्मीद है और यह स्थायी रह सकती है।