इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारिख 31 जुलाई है। वित्त मंत्रालय ने करदाताओं से कहा है कि वह 31 जुलाई तक अपना टैक्स रिटर्न फाइल कर दें। राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा (Revenue Secretary Sanjay Malhotra) ने करदाताओं से जल्द से जल्द अपना रिटर्न दाखिल करने को कहा है क्योंकि वित्त मंत्रालय 31 जुलाई की समय सीमा को बढ़ाने पर विचार नहीं कर रहा है। पिछले साल 31 जुलाई तक लगभग 5.83 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए गए थे, जो रिटर्न दाखिल करने का आखिरी दिन था।
ITR फाइल करने की तारिख नहीं बढ़ेगी
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में फाइलिंग अधिक होगी। हमें उम्मीद है कि यह पिछले साल से अधिक होनी चाहिए। संजय मल्होत्रा ने कहा कि हम ITR के रूप में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों को धन्यवाद देना चाहते हैं। पिछले वर्ष की तुलना में रिटर्न दाखिल करने की गति बहुत तेज रही है और हम उन्हें सलाह देंगे कि वे अंतिम क्षण तक इंतजार न करें और डेडलाइन में किसी भी विस्तार की आशा न करें।
उत्पाद शुल्क को लेकर जताई चिंता
संजय मल्होत्रा ने कहा कि मैं करदाताओं को जल्द से जल्द अपना टैक्स रिटर्न दाखिल करने की सलाह दूंगा क्योंकि 31 जुलाई की समय सीमा तेजी से नजदीक आ रही है। टैक्स जुटाने के लक्ष्य के संबंध में संजय मल्होत्रा ने कहा कि यह कमोबेश लक्ष्य के अनुरूप है। विकास दर 10.5 प्रतिशत है। उन्होंने कहा जहां तक वस्तु एवं सेवा कर (GST) का सवाल है, विकास दर अब तक 12 प्रतिशत है। हालांकि उत्पाद शुल्क पर विकास दर 12 प्रतिशत से कम है।
उत्पाद शुल्क के विकास दर को लेकर राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने कहा कि फिलहाल यह काफी नकारात्मक है। उम्मीद है कि आगे चलकर टैक्स रेट में कमी का असर खत्म होने के बाद, हम उत्पाद शुल्क के कलेक्शन में कुछ वृद्धि देखेंगे। इसलिए कुल मिलाकर हमें लगता है कि अभी शुरुआती दिन हैं हमें लगता है कि हमें लक्ष्य हासिल करने में सक्षम होना चाहिए।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ई-फाइलिंग पोर्टल पर उपलब्ध डैशबोर्ड के अनुसार अब तक 11.30 करोड़ से ज्यादा निजी यूजर्स ने अपना जरिस्ट्रेशन कराया है। वहीं अब तक करीब 2.50 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए जा चुके हैं। इनमें से करीब 2.28 करोड़ रिटर्न को वेरिफाई कराया जा चुका है।