देश के महानगरों में यूरो छह मानक वाला ईंधन एक अप्रैल, 2020 से पहले उपलब्ध होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि इसके तहत दिल्ली को शीर्ष प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कदम से राष्ट्रीय राजधानी और अन्य महानगरों में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
भारत ने पेट्रोल और डीजल के लिए यूरो चार उत्सर्जन मानकों से सीधे यूरो छह मानकों पर जाने का फैसला किया है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों को इस बदलाव के लिए 28,750 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा। गडकरी ने कहा कि मैं दिल्ली के लिए विशेष रूप से उसके ऊंचे प्रदूषण स्तर को घटाने के लिए गंभीरता से काम करना चाहता हूं। हमने वाहनों के लिए एक अप्रैल, 2020 से पहले ही यूरो छह उत्सर्जन मानक लागू करने की घोषणा कर दी है। अब हम महानगरों में यूरो छह मानक वाला ईंधन उपलब्ध कराने पर विचार कर रहे हैं। इसमें दिल्ली को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में काफी गंभीर है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ इस पर जल्द एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी। मंत्री ने कहा कि महानगरों में प्रदूषण का स्तर काफी ऊंचा है। यदि हम इन शहरों के लिए कुछ कर पाएं, तो इससे उन्हें काफी फायदा होगा। यूरो छह ईंधन पेश करने की समय सीमा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह जल्द होगा। उच्च स्तरीय बैठक के बाद इसकी अंतिम समय सीमा की घोषणा की जाएगी।