कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजना से मार्च में 12.24 लाख नए सदस्य जुड़े। इससे पिछले महीने यानी फरवरी में इस योजना से 11.77 लाख नए सदस्य जुड़े थे।

बीते वित्त वर्ष का हाल: बीते वित्त वर्ष यानी 2020-21 में ईएसआईसी से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या करीब 24 प्रतिशत घटकर 1.15 करोड़ रह गई। 2019-20 में यह आंकड़ा 1.51 करोड़ रहा था। आंकड़ों से पता चलता है कि लॉकडाउन में ढील के बाद ईएसआईसी से जुड़ने वाले अंशधारकों की संख्या में सुधार हुआ है। जुलाई, 2020 में इस योजना से 7.63 लाख नए सदस्य जुड़े थे।

अगस्त में यह आंकड़ा और सुधरकर 9.5 लाख पर पहुंच गया। सितंबर में यह बढ़कर 11.58 लाख और अक्टूबर में 12.13 लाख हो गया। नवंबर, 2020 में हालांकि यह घटकर 9.58 लाख पर आ गया। (ये पढ़ें—पीएफ अकाउंट के ये हैं 4 बड़े फायदे)

दिसंबर 2020 में फिर सुधार: दिसंबर, 2020 में कर्मचारी राज्य बीमा निगम से 12.33 लाख नए सदस्य जुड़े। इसके बाद जनवरी में यह घटकर 11.84 लाख और फरवरी में 11.77 लाख पर आ गया। आपको बता दें कि बीते वित्त वर्ष में कोरोना की वजह से देशभर में लॉकडाउन था। लॉकडाउन की शुरुआत मार्च के आखिरी हफ्ते से हुई थी। इस वजह से देशभर में सबकुछ बंद था। इसके बाद जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई।

ताजा आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी रिपोर्ट का हिस्सा है। यह रिपोर्ट ईएसआईसी, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) और पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजना के नए अंशधारकों से संबंधित रोजगार के आंकड़ों पर आधारित है। ये आंकड़े देश में संगठित क्षेत्र में रोजगार के हालात को दर्शाते हैं।

ईपीएफओ के हैं ये आंकड़े: ईपीएफओ के आंकड़े भी बताते हैं कि नए रोजगार में कमी आई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से इस साल मार्च में कुल 11.22 लाख कर्मचारी जुड़े। यह संख्या इसी साल फरवरी में ईपीएफओ से जुड़े 11.28 लाख कर्मचारियों के मुकाबले कम है। बीते वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ईपीएफओ ने कुल 77.08 लाख नये सदस्यों को जोड़ा जबकि एक साल पहले की अवधि में यह संख्या 78.58 लाख थी। (ये पढ़ें-जानिए PF अकाउंट में बैलेंस चेक करने का तरीका)