फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रोमोटर शिविंदर मोहन सिंह प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने उन्हें फंड के दुरुपयोग मामले में गिरफ्तार किया है। उन पर रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) में धन के कथित दुरुपयोग का आरोप है।
शिविंदर को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था वह तिहाड़ जेल में बंद थे। यह गिरफ्तारी कोर्ट के उस आदेश के बाद की गई है जिसमें कहा गया है कि जांच महत्वपूर्ण चरण में है, इसलिए मामले में हिरासत में पूछताछ अब भी जरूरी है।
तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक ईडी की टीम ने तिहाड़ जेल का दौरा किया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मालूम हो कि दिल्ली पुलिस ने कथित घोटाले में मामला दर्ज कर दोनों गिरफ्तार किया था। इस दौरान उन्होंने धन संशोधन मामले में फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रोमोटर शिविंदर को अपनी गिरफ्तर में ले लिया। ईडी को शक है कि शिविंदर ने आरएफएल के धन की हेराफेरी कर उसे अन्य कंपनियों में निवेश किया है।
ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है। आरएफएल रेलिगेयर एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी है। इसी साल अगस्त के शुरुआत में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में शिविंदर और उनके भाई मालविंदर के घर पर छापा मारा था। इन्हीं आरोपों को लेकर दोनों जेल की सलाखों के पीछे हैं।
पुलिस ने आरोप लगाया है कि ‘उन्होंने वित्तीय आधार नहीं रखने वाली खुद के नियंत्रण वाली कंपनियों को कर्ज की रकम वितरित कर आरएफएल को खराब वित्तीय हालत में पहुंचा दिया। जिन कंपनियों को कर्ज की रकम दी गई, उन्होंने जानबूझकर पैसों का भुगतान नहीं किया जिससे आरएफएल को 2,397 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।’