देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की हिस्सेदारी 2.4 फ़ीसदी है। लेकिन अब भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है। भारत में टेस्ला की एंट्री होने जा रही है गुजरात में टेस्ला कंपनी प्लांट लगाएगी।
गुजरात में प्लांट लगाएगी टेस्ला
चर्चा है कि अगले कुछ सालों में कंपनी गुजरात में प्लांट लगाएगी और इलेक्ट्रिक गाड़ियों को सड़कों पर उतार सकती है। कुछ दिन पहले ही टेस्ला ने भारत में दो बिलियन अमेरिकी डॉलर के इन्वेस्टमेंट की घोषणा की थी।
इस घोषणा के तहत कंपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों का प्लांट लगाएगी। बता दें कि जनवरी 2024 में वाइब्रेंट गुजरात समिट होने जा रहा है। इस समिट में कई बड़ी कंपनियां इन्वेस्टमेंट का ऐलान करती हैं। इस समिट की शुरुआत तब हुई थी, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इस समिट ने गुजरात की दशा को बदल दिया। माना जा रहा है कि 2024 वाइब्रेंट गुजरात समिट में टेस्ला के मालिक एलन मस्क भी हिस्सा लेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी भी उनके साथ वहां मौजूद होंगे। इस दौरान टेस्ला गुजरात में प्लांट लगाने का ऐलान कर सकती है।
भारत दुनिया के सबसे बड़े ऑटो बाजार में से एक है। टेस्ला लंबे समय से भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रही है और भारत सरकार भी उसे हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। टेस्ला यहां पर CBU रूट के जरिए अपने प्लांट को स्थापित करेगी। इंपोर्ट टैक्स भी कम किया जा सकता है। माना जा रहा है कि टेस्ला भारत में सस्ते और किफायती दामों पर गाड़ियों को लॉन्च कर सकती है।
राज्य सरकार ने टेस्ला प्लांट के लिए संभावित स्थलों के रूप में साणंद, धोलेरा और बेचाराजी सहित कई स्थानों का प्रस्ताव दिया है। यह कदम टेस्ला के भारतीय विनिर्माण आधार से निर्यात सहित घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मांगों को पूरा करने के लक्ष्य के अनुरूप है। सरकार का आधिकारिक रुख यह है कि ईवी के आयात पर कोई सब्सिडी नहीं दी जाएगी। लेकिन हाल की रिपोर्ट से पता चला है कि टेस्ला को 15-20 प्रतिशत के रियायती आयात शुल्क दी जा सकती है।