वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की हार से आर्थिक सुधारों की गति धीमी नहीं पड़ेगी। दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा की करारी हार के बाद अपनी पहली टिप्पणी में जेटली ने कहा कि सरकार आर्थिक सुधारों के रास्ते पर आगे बढ़ने को प्रतिबद्ध है।

पांचवीं भारत-अमेरिका आर्थिक और वित्तीय भागीदारी बैठक की समाप्ति पर अमेरिका के वित्त मंत्री जैकब ल्यू के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि सच्चाई यह है कि चार (विधानसभा)चुनावों में जीत हासिल की गई और एक नहीं जीत सके तो इसे लेकर यह मान लेना कि हमने जो रास्ता अपनाया है उसकी गति धीमी पड़ जाएगी पूरी तरह से निराधार है।

जेटली का यह वक्तव्य इस बात के मद्देनजर काफी महत्त्वपूर्ण है कि इस समय विश्लेषकों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि दिल्ली के चुनावी झटके के बाद सरकार आर्थिक सुधारों पर आगे बढ़ेगी या फिर लोकलुभावन रास्ते की ओर मुड़ जाएगी। जेटली ने कहा कि सरकार ने जिन सुधारों को आगे बढ़ाया है उनसे देश में निवेश बढ़ेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे, लोगों के जीवनस्तर में सुधार होगा और गरीबी दूर करने में मदद मिलेगी।

जेटली 28 फरवरी को 2015-16 का बजट पेश करेंगे। बजट में अन्य बातों के अलावा आर्थिक वृद्धि की गति बढ़ाने के लिए सरकार की रणनीति का खुलासा किया जा सकता है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग)सरकार का नेतृत्व कर रही भाजपा को दिल्ली विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त मिली है और 70 विधानसभा सीटों में से वह केवल तीन सीट ही जीत पाई।

पिछले साल मई में हुए लोकसभा चुनावों में बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा ने हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की और जम्मू व कश्मीर में वह दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी। मई 2014 में सत्ता संभालने के बाद से सरकार ने आर्थिक सुधारों के क्षेत्र में अनेक कदम उठाए हैं, विशेषतौर पर विदेशी निवेश के नियमों को काफी सरल बनाया है।