हर साल देश-दुनिया में बहुत सारी नई कंपनियां और नए स्टार्टअप उभर रहे हैं। ये कंपनियां और स्टार्टअप अपने नए उत्पादों और सेवाओं को लोगों के सामने ला रहे हैं। उनके उत्पादन और सेवाएं कैसे हैं? क्या ये बाजार में जाकर लोगों के बीच छाएंगे या नहीं? ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब को जानने के लिए ये कंपनियां और स्टार्टअप सर्वेक्षणों को सहारा लेते हैं।

इन सर्वेक्षणों को कुछ कंपनियां आनलाइन आयोजित करती हैं। इन सर्वेक्षणों में बड़ी संख्या में लोगों की राय और प्रतिक्रिया ली जाती है जो लोग इनमें भाग लेते हैं, उन्हें सर्वे कंपनियां भुगतान करती हैं। सर्वेक्षण में आम तौर पर बहुत बुनियादी सवाल होते हैं। अधिकतर सवालों के विकल्प हां या नहीं में होते हैं। कुछ सर्वेक्षणों में सूचीबद्ध विकल्पों में से उत्तर का चयन करना होगा। शुरुआत में सर्वेक्षण कंपनियां आपका व्यक्तिगत सर्वेक्षण करती हैं और आपसे आपकी योग्यता, आपकी सेवा, आपके देश, आपके द्वारा दैनिक दिनचर्या में उपयोग किए जाने वाले उत्पादों आदि के बारे में पूछती हैं। इसके बाद ये कंपनियां आपकी रुचि के आधार पर सर्वेक्षण करती हैं।

आनलाइन सर्वे करने वाली एक कंपनी महीने में 20 से 50 सर्वे एक व्यक्ति को भेजती है। हालांकि यह संख्या व्यक्ति के देश, पढ़ाई, आयु, पेशे जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है। किस सर्वे से कितनी कमाई होगी यह इस बात पर निर्भर करेगा कि सर्वे कितना बड़ा है? उस सर्वे में किस उत्पाद या सेवा के बारे में पूछा गया है? वह सर्वे किस देश की कंपनी ने करवाया है? आदि। हर दिन दो से तीन घंटे काम करके कम से कम सौ डालर कमाए जा सकते हैं। जब एक निर्धारित राशि आपके खाते में जमा हो जाती है तो सर्वेक्षण करने वाली कंपनी इस राशि को ‘पे-पाल’ के माध्यम से आपके बैंक खाते में जमा कर देती है।

सर्वेक्षण की बड़ी आनलाइन कंपनियों की बात करें तो इसमें क्लिक सेंस, न्यू बक्स, लाइफ प्वाइंट्स पैनल, स्वैग बक्स, इंडिया स्पीक, स्टार पैनल, सर्वे सेवी, ब्रांड इंस्टीट्यूट, आइ पैनल आनलाइन इंडिया, योर से, पैनल स्टेशन, प्लेनेट प्लस, स्पाइडर मेट्रिक्स, वाइ सेंस, प्राइस रिबिल, आपिनियन वर्ल्ड, अमेजन सर्वे आदि शामिल हैं।