आपके पास भी पुरानी डीजल (Diesel Car) या पेट्रोल कार (Petrol Car) है तो सर्दियों (Winter) में नोएडा (Noida) जाने से परहेज करें। गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन सर्दियों के समय प्रदूषण को रोकने के लिए 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहनों और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों को जब्त करने की तैयारी में है।
Noida से गुजरना भी पुरानी कारों को पड़ेगा भारी
जिला प्रशासन द्वारा जारी ‘विंटर प्लान’ के तहत पुलिस को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा पुलिस को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ऐसी पुरानी गाड़ियां, जो कहीं और जा रही हों, वे शहर में आने के बजाय बाईपास या पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करें।
प्रदूषण को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के एक आदेश पर अमल करते हुए जिला प्रशासन ने ये निर्देश जारी किए हैं। पुलिस को सख्त आदेश दिए गए हैं कि वे प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखें और नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना लगाएं। प्रदूषण को लेकर पुलिस को जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को कहा गया है।
हर साल होती है समस्या
हर साल सर्दियों के महीनों में दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसे रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसे लेकर कई स्थानों पर स्मॉग टावर लगाए गए हैं। किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित किया गया है। पुराने वाहनों पर यह कार्रवाई भी इसी की एक कड़ी है।
इस योजना के मुताबिक जिन स्थानों पर ट्रैफिक अधिक होता है, वहां अतिरिक्त कर्मियों और स्वयंसेवकों की तैनाती की जाएगी। साथ ही उच्चतम न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहनों और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों को जब्त किया जाएगा।
नोएडा के ये इलाके हॉटस्पॉट
नोएडा में हॉटस्पॉट के रूप में जिन क्षेत्रों की पहचान की गई है, उनमें सेक्टर 7x (सेक्टर 73 से 78 की हाउसिंग सोसायटी), सेक्टर 150, यमुना पुश्ता रोड, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और यूपीएसआईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया शामिल हैं।
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ऐसे कर सकेंगे शिकायत
प्रदूषण के मुख्य कारकों में सड़क पर उड़ने वाली धूल, कंस्ट्रक्शन वेस्ट, इंडस्ट्रियल डस्ट, कच्ची सड़कें, ट्रैफिक आदि को माना गया है। आम लोग प्रदूषण से संबंधित कोई भी शिकायत समीर, स्वच्छ वायू या ट्विटर के जरिए कर सकेंगे।