आर्थिक संकट से गुजर रही वाडिया ग्रुप की एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) के दर्जनों पायलट एयर इंडिया के वॉक-इन इंटरव्यू के लिए गुरुवार को दिल्ली के एक होटल में पहुंचे। इस दौरान पायलटों ने कहा कि एयरलाइन ऐसे काम कर रही थी जैसे सब कुछ सही था।
Go First ने की है खुद को दिवालिया घोषित करने की मांग
गौरतलब है कि Go First ने अपनी सभी फ्लाइट की बुकिंग 15 मई 2023 तक बंद कर की है। इसके अलावा 9 मई तक की सभी फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है। ग्रुप ने एनसीएलटी से दिवालिया घोषित करने की भी मांग की है। गो फर्स्ट ने मंगलवार को घोषणा की गई कि उसने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए मांग उठाई थी क्योंकि देश में महामारी के बाद हवाई यात्रा की मांग में उछाल आया था।
नौकरी खोजने में जुटे गो फर्स्ट के कर्मचारी
इस झटके के बाद एयरलाइन के कर्मचारी अपने भविष्य की चिंता में नयी नौकरी खोजने में जुट गए हैं। दो साल पहले गो फर्स्ट में शामिल हुए और टाटा के ताज होटल में लंबी लाइन में इंतजार कर रहे एक पायलट ने कहा, “यह बहुत निराशाजनक है, एयरलाइन ऐसे काम कर रही थी जैसे सब कुछ सामान्य था। हमें अपने फ्लाइंग लाइसेंस को चालू रखने के लिए नयी नौकरी खोजनी होगी।” ऐसे में एयर इंडिया और विस्तारा की जॉब ड्राइव में गो फर्स्ट के कर्मचारियों की भीड़ है।
विस्तारा ने गुरुवार को दिल्ली और मुंबई में केबिन क्रू के लिए वॉक-इन इंटरव्यू आयोजित किया और पायलटों से ऑनलाइन आवेदन मांगे। गो फर्स्ट केबिन क्रू के एक सदस्य ने कहा कि टाटा के साथ हमारा भविष्य सुरक्षित होगा।
एयर इंडिया और विस्तारा की जॉब ड्राइव
एयर इंडिया, विस्तारा और देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने अतीत में इसी तरह के हायरिंग अभियान चलाए हैं। रॉयटर्स ने इस दौरान कई कर्मचारियों से बात की जिन्होंने कहा कि काफी भीड़ था। उन्होंने इस भीड़ के लिए Go First की दुर्दशा को जिम्मेदार ठहराया। गो फर्स्ट देश की तीसरी सबसे बड़ी एयरलाइन है। इसे पहले Go Airlines (India) Ltd के नाम से जाना जाता था, जिसमें लगभग 7,000 कर्मचारी हैं।
एयर इंडिया को मिले 700 से अधिक आवेदन
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि पायलटों के लिए पिछले सप्ताह एक विज्ञापन के जवाब में उसे 700 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसे वह वर्तमान में संशोधित कर रहा है। वहीं, एयर इंडिया ने ट्विटर पर कहा कि दिल्ली और मुंबई में भर्ती अभियान एक दिन और शुक्रवार तक बढ़ाया जाएगा। टाटा समूह द्वारा पिछले साल सरकार से वापस खरीदी गई एयरलाइन ने इस साल 4,200 से अधिक केबिन क्रू और 900 पायलटों को नियुक्त करने की योजना बनाई है जिसमें रिकॉर्ड 470 जेट के ऑर्डर भी शामिल हैं।
वहीं, गो फर्स्ट और विस्तारा ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। गो फर्स्ट के सीईओ ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि एयरलाइन अपने कर्मचारियों के लिए प्रतिबद्ध है और अपने परिचालन को पटरी पर लाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। विस्तारा के साथ एयर इंडिया के विलय और अकासा एयर के लॉन्च ने एयरलाइंस बिजनेस में कर्मचारियों और कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है।