प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि रसोई गैस सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के बैंक खाते में पहुंचाने से इसकी कालाबाजारी और दुरपयोग बंद हुआ है और इससे 15,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है।

लालकिले की प्राचीर से 69वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को संबोधित करते हुये मोदी ने कहा कि करीब 20 लाख लोगों ने स्वेच्छा से एलपीजी सब्सिडी छोड़ी है।

इससे रसोई घर के ईंधन को दूरदराज गरीबों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। एलपीजी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की इस योजना को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस ने दुनिया में सबसे बड़ी नकद हस्तांतरण योजना के रूप में माना है।

इस योजना से एलपीजी सिलेंडर की आपूर्ति में बिचौलियों और कालाबाजारी करने वालों की भूमिका समाप्त करने में मदद मिली है। नकद लाभ हस्तांतरण की इस योजना से सब्सिडी सही लोगों तक पहुंचाने में मदद मिली है।

नकद लाभ हस्तांतरण की इस योजना को अब ह्यपहलह्ण नाम दिया गया है। इसके लागू होने के बाद अब देशभर में एलपीजी की आपूर्ति बाजार मूल्य पर की जाती है और परिवारों को सरकारी सहायता सीधे बैंक खाते में उपलब्ध कराई जाती है।