फेमस हेयर ऑयल बेचने वाली कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने मसालों के कारोबार में एंट्री मारी है। डाबर इंडिया ने मसालों की बड़ी कंपनी बादशाह मसाला प्राइवेट लिमिटेड में 51 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी ने यह डील 587.52 करोड़ में पूरी की है।

कंपनी ने कहा कि अधिग्रहण तीन साल में अपने खाद्य कारोबार को 500 करोड़ रुपये तक बढ़ाने और सरल कैटेगरी में एंट्री करने की योजना के अनुसार ही है। एक फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि भारत में ब्रांडेड मसालों और मसाला बाजार की कीमत 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है। वहीं मुंबई की बादशाह मसाला कंपनी का प्राइज 1,152 करोड़ रुपये है, जो लेनदेन के साथ इस वित्तीय वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है।

डाबर इंडिया के ग्रुप डायरेक्टर पीडी नारंग ने कहा कि हमारे समझौते के मुताबिक, हम पांच साल बाद 49 प्रतिशत शेयरहोल्डिंग का अधिग्रहण करेंगे। वहीं डाबर के इस कदम से ब्रांडेड मसालों के बाजार में और मजबूती आई है, जिसमें कोलकाता की मसाला निर्माता सनराइज फूड्स में आईटीसी लिमिटेड के निवेश सहित कई अधिग्रहण हो चुके हैं।

2020 में नॉर्वे की ओर्कला ने कोच्चि स्थित ईस्टर्न कॉन्डिमेंट्स में 67.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी, जो कई मसालों को मिलाकर या फिर सिंगल मसाल पैकेट बेचती है। इनवेस्‍टमेंट बैंक एवेंडस कैपिटल की 2021 की रिपोर्ट की बात करें तो भारत का ब्रांडेड मसालों का बाजार 2025 तक दोगुना होकर 50,000 करोड़ रुपये का हो जाएगा। तब तक ब्रांडेड मसाले देश में बिकने वाले मसालों का आधा हिस्सा बन जाएंगे।

डाबर कंपनी का कहना है कि इस अधिग्रहण से कंपनी के बिजनेस को और गति मिलेगी, क्‍योंकि भारत पहले से ही आकर्षक मसालों का केंद्र रहा है। कंपनी की योजना इसे अन्‍य देशों तक भी ले जाने की है। बता दें कि बादशाह भारत और विदेशी बाजारों में 50 से अधिक उत्पाद बेचता है और बादशाह मसाला ने FY22 में 189 करोड़ रुपये की बिक्री की थी।

बुधवार (27 अक्‍टूबर, 2022) को डाबर ने यह भी जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी 490.86 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले 505.31 करोड़ रुपये से 3 प्रतिशत कम है। सितंबर तिमाही में डाबर का फूड एंड बेवरेज बिजनेस पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी बढ़ा, जबकि होम केयर बिजनेस करीब 21 फीसदी बढ़ा है।