क्रिप्टो की पाठशाला: पिछले कुछ वर्षो से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) देश और दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। कोई Bitcoin की आसमान छूती कीमत की वजह से इसकी बात करता है, तो कोई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लॉन्च की गई, क्रिप्टो की वजह से इसकी बात करता है। लेकिन बहुत से लोग तो ऐसे है जिनको पता नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी है क्या और ये काम कैसे करती है? आज हम आपको इसी की जानकारी देंगे, आइए जानते हैं…
क्या है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इसे किसी बैंक या सरकार द्वारा कंट्रोल नहीं किया जाता है। यह पूरी तरह Decentralised सिस्टम पर चलती है। क्रिप्टोकरेंसी (इसे क्रिप्टो नाम से भी जाना जाता है) को सुरक्षित रखने और वेरीफाई करने के लिए ब्लॉकचैन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इसे हम आसान भाषा में समझे तो अगर रुपये रिजर्व बैंक जोड़ते हो, तो क्रिप्टो को ब्लॉकचेन से जोड़ सकते हो।
कैसे काम करती है क्रिप्टोकरेंसी?
आप जब किसी व्यक्ति को क्रिप्टोकरेंसी भेजते है तो यह लेन-देन किसी बैंक के सर्वर पर नहीं होता है, बल्कि, ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड होता है। कंप्यूटर नेटवर्क के द्वारा इसके हर लेन-देन को वेरीफाई किया जाता है। इसे माइनिंग कहां जाता है। यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी को नकली बनाना या फिर दोबारा खर्च करना लगभग-लगभग असंभव है।
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ये है कुछ फेमस क्रिप्टोकरेंसी
वैसे तो क्रिप्टो मार्केट में हजारों क्रिप्टो करेंसी मौजूद है, लेकिन आज हम यह आपको कुछ फैमस क्रिप्टो के नाम बताने जा रहे हैं।
बिटकॉइन (Bitcoin)
बिटकॉइन सबसे फेमस क्रिप्टोकरेंसी है। एक बिटकॉइन की मौजूदा कीमत करीब 1 करोड़ रुपये से भी अधिक है यानी इस क्रिप्टो को खरीदने के लिए आपको 1 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करना होगा। पिछले कुछ दिनों में इसमें तेजी देखने को भी मिली है।
इथेरियम (Ethereum)
यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी है। यह क्रिप्टो Smart contracts और decentralised apps के लिए काफी फेमस है।
डॉजक्वाइन (Dogecoin)
अगर हम आपसे डॉजक्वाइन की बात करें तो इसकी शुरूआत मैमकॉइन से हुई थी। अब यह रियल मार्केट वैल्यू रखती है।
टीथर (Tether)
इसे Stablecoin भी कहा जाता है। इसकी वैल्यू यूएसडी से जुड़ी हुई है।
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क्यों है क्रिप्टो खास?
इसे बिना किसी middleman (bank) के दुनिया में कहीं भी भेजा जा सकता है।
ब्लॉकचेन की वजह से इसे हैक करना काफी कठिन होता है।
इसमें रिस्क भी है
क्रिप्टो की कीमत काफी तेजी से ऊपर-नीचे होती है।
कई देशों में क्रिप्टो को लेकर अभी अनक्लियर रेगुलेशन हैं।
[डिस्क्लेमर: ये आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। Jansatta.com अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।]