दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के कारण लगातार लोग बेरोजगार हो रहे हैं, एक तरफ जहां लोग जान को बचाने में लग हैं, वहीं दूसरी तरफ नौकरी मुश्किल में है। हाल ही में भारत की टाटा मोटर्स लिमिटेड ने जगुआर लैंड रोवर से लगभग 1,100 अस्थायी नौकरी जानें के संकेत दिए हैं। जिसके पीछे वजह कोरानो महामारी के प्रकोप के कारण वाहनों की मांग लगातार कम होना है।
टाटा मोटर्स ने अपनी जगुआर लैंड रोवर इकाई में मार्च 2021 तक लागत में 5 बिलियन पाउंड की योजना बनाई थी। हालांकि अब तक 3.5 बिलियन पाउंड का सेविंस टार्गेट हासिल कर लिया गया है। इस विषय पर बात करते हुए कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी पीबी बालाजी ने इस बात की जानकारी दी। मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर अपने खर्च को चालू वित्त वर्ष में 2.5 बिलियन पाउंड तक कम करना चाहती है।
टाटा मोटर्स वर्तमान में अपने सभी व्यवसायों की समीक्षा कर रही है। जिसके तहत उन लोगों को बाहर किया जाएगा जिनका कंपनी में योगदान कम है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कंपनी ने चौथी तिमाही में कुल 98,940 करोड़ रुपये के घाटे की घोषणा की है।
इस सकंट के माहौल में ना सिर्फ टाटा मोटर्स बल्कि अन्य कंपनियां भी कम मांग के चलते घाटा झेल रही हैं, और इसका साधा असर लोागें की नौकरी पर पड़ रहा है। हाल ही में उबर, औला जैसी कंपनियों ने भी एक झटके में हजारों लोगों को बाहर किया है। वहीं इस संकट के बीच रेनो ने अपने कर्मचारियों की सैलेरी बढ़ाकर उनके हौसले को बुलंद करने की कोशिश की है।
दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के कारण सभी देशो की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है, और इसका सीधा असर लोगों की नौकरी पर पड़ रहा है। कई कंपनियों ने भारी संख्या में कर्मचारियों को विदाई दे दी है। हाल ही में मिली रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस की वाहन निर्माता कंपनी रेनो भी दुनिया भर के कंपनी के साथ जुड़े 15,000 लोगों की छंटनी करने पर विचार कर रही है।