कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश का ऑटो सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस भयावह बीमारी के चलते देश में आगामी 17 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है। देश की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई इस घोषणा के बाद ही देश के ऑटो सेक्टर सेक्टर ने भी राहत की सांस ली है।

जानकारों का मानना है कि इस राहत पैकेज से ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। इस बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बताएंगी कि इस पैकेज का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा।

बता दें कि, सरकार का कहना है कि यह 20 लाख करोड़ रुपये का जो राहत पैकेज दिया जा रहा है वो देश की GDP का 10 प्रतिशत है। वहीं देश के जीडीपी में सबसे बड़ा योगदान भी माइक्रो स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (MSME) सेक्टर द्वारा ही दिया जाता है। यह सेक्टर देश की कुल जीडीपी में तकरीबन 29 प्रतिशत तक की साझेदारी करता है। वहीं तकरीबन 80 प्रतिशत से ज्यादा ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स इसी सेक्टर के अन्तर्गत आते हैं।

देश में जारी लॉकडाउन के चलते वाहन निर्माता कंपनियों के प्लांट ठप्प पड़े हुए थें, हालांकि अब धीमें धीमें कुछ कंपनियों ने अपने फैक्ट्रियों में काम शुरू किया है। लेकिन कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स को इस लॉकडाउन के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कैश फ्लो के साथ ही पार्टस की सप्लाई ने इंडस्ट्री को सबसे ज्यादा परेशान किया है।

ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) ने इससे पहले भी सरकार ने नीतियों में बदलाव करने और आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी। अब राहत पैकेज के ऐलान के बाद एसोसिएशन के प्रेसिडेंट दीपक जैन ने बताया कि, 20 लाख करोड़ रुपये का यह आर्थिक पैकेज बहुत ही बड़ी राहत साबित होगा, इस समय इसकी सख्त जरूरत थी। इससे इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिलेगी खासकर MSME सेक्टर को इससे बड़ा लाभ मिलेगा।

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (SIAM) के प्रेसिडेंट राजन वढेरा ने मीडिया को बताया कि, अब तक देश कोरोना वायरस के लिखा मेडिकल फ्रंट पर लड़ रहा था। अब यह 20 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज देश अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ ही देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मदद करेगा। इससे डिमांड और सप्लाई में नई तेजी देखने को मिलेगी। भारतीय मोटर वाहन उद्योग जीडीपी और रोजगार में भारी योगदान के साथ मेक इन इंडिया का एक मजबूत स्तंभ है ऐसे में उम्मीद है कि इस आर्थिक पैकेज का लाभ देश के ऑटो इंडस्ट्री को भी मिलेगा।

बीते कल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। हालांकि उन्होनें यह नहीं बताया था कि इन पैसों का किन सेक्टर में प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम 4 बजे बताएंगी कि आखिर इस आर्थिक पैकेज का इस्तेमाल कैसे और किन क्षेत्रों में किया जाएगा।