FASTag News Updates: नेशनल हाईवे अर्थार्टी ऑफ इंडिया (NHAI) ने देश भर में FASTags के प्रयोग को अनिवार्य कर दिया है। अब सभी वाहनों पर इस टैग का प्रयोग करना जरूरी है, यदि कोई वाहन बिना टैग के FASTags लेन में प्रवेश करता है तो इस पर दोगुना जुर्माने की राशि का प्रावधान किया गया है। इसी नियम के चलते NHAI ने बीते दिनों तकरीबन 18 लाख ऐसे वाहनों को पकड़ा जिन पर टैग नहीं लगा हुआ था वो FASTags लेन में प्रवेश कर रहे थें। इस मामले में तकरीबन 20 करोड़ रुपये की वसूली बतौर फाइन की गई है।

जानकारी के अनुसार, ये सभी 18 लाख डिफॉल्टर्स वाहनों ने FASTag लेन में एंट्री की थी, और इन वाहनों पर अनिवार्य टैग नहीं लगा हुआ था। सरकार ने पहले ही निर्देशित किया था कि सभी वाहनों पर FASTag अनिवार्य होगा। यदि कोई वाहन बिना इस टैग के FASTag लेन में प्रवेश करता है तो उससे दोगुना जुर्माना लिया जाएगा। इस समय देश भर के टोल प्लाजाओं पर FASTag के लिए अलग लेन बना दिया गया है।

मुफ्त मिल रहा है FASTag: सरकार ने जब फास्टैग को लांच किया था, उसके बाद ये बैंकों और टोल प्लाजा इत्यादि से खरीदा जा सकता है। लेकिन हाल ही में सरकार ने इसके प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त कर दिया है। बीते 15 फरवरी से आगमी 29 फरवरी तक आप मुफ्त FASTag प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक, PayTm और प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) से भी इसे खरीद सकते हैं।

अब तक देश के कई प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) से करीब 1.55 करोड़ से ज्यादा FASTags जारी किए जा चुके हैं। सरकार की मंशा है कि इसके प्रयोग को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जा सके। इसके प्रयोग के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि टोल प्लाजाओं पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात मिल सके। क्योंकि कैश कलेक्शन के चलते टोल प्लाजाओं पर भारी ट्र्रैफिक जाम देखने को मिलता था।

क्या है FASTag: दरअसल, फास्टैग एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है। इसे वाहनों पर स्टीकर जैसा लगाया जाता है और इस पर कोडिंग बनी होती है। जब वाहन किसी भी टोल प्लाजा से गुजरता है तो प्लाजा पर लगा हुआ स्कैनर इस कोड को स्कैन कर लेता है। इस दौरान आपको कैश पेमेंट करने की कोई जरूरत नहीं होती है। स्कैन करने के बाद FASTag से लिंक अकाउंट से पैसे काट लिए जाते हैं। आपको समय समय पर अपना FASTag अकाउंट रिचार्ज करवाना होता है।