विदेशों की तर्ज पर अब जल्द ही भारत के पास अपना एक कार सेफ्टी रेटिंग सिस्टम होगा जिसकी घोषणा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने की है।

इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कार की बैक सीट पर तीन प्वाइंट बेल्ट सिस्टम को अनिवार्य बनाने की बात भी कही थी जिसके बाद कारों की सेफ्टी से जुड़ी ये बड़ी घोषणा की गई है।

इससे पहले केंद्र सरकार ने 2016 में सेफ्टी फीचर्स के आधार पर नई पैसेंजर कारों के लिए एक स्टार रेटिंग प्रोग्राम का प्रस्ताव रखा था जो वाहन कंपनियों की इच्छा पर निर्भर करता था जिसके चलते ये प्रस्ताव अमल में नहीं लाया जा सका था।

जिसके बाद अब 2022 में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, भारत सरकार, नितिन गडकरी ने ऑटोमोबाइल सेफ्टी इकोसिस्टम इन इंडिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बहुत जल्द भारत के एक स्वतंत्र वाहन सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम को लाए जाने की घोषणा की है।

भारत सरकार की तरफ से लाए जाने वाले इस कार सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम को न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम यानी NCAP कहा जाएगा इसके अलावा केंद्र सरकार नई कारों के लिए कुछ जरूरी सेफ्टी फीचर्स को लागू करने की घोषणा भी जल्द करने वाली है।

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “यह बहुत जरूरी है कि भारत में कार निर्माता भी ग्लोबल सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को अनिवार्य रूप से अपनाएं और इसके चलते ही सरकार जल्द ही भारत NCAP, एक इंडिपेंडेंट कार एक्सीडेंट टेस्ट सॉल्यूशन लाएगी, जिसमें अलग अलग मानकों के आधार पर कार की सेफ्टी रेटिंग को तय किया जाएगा।

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साथ ही नितिन गडकरी ने कहा कि ये प्रोग्राम अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीयन यूनियन और जापान जैसे देशों में चल रहे सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम के बराबर ही होगा और इस NCAP से नई कार खरीदने वाले ग्राहक को सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी।

आपको बताते चलें कि भारत सरकार ने वाहनों की सुरक्षा से जुड़े सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम को लाने के अलावा वर्तमान में कारों की पिछली सभी सीटों पर तीन प्वाइंट सीट बेल्ट सिस्टम और 6 एयरबैग को अनिवार्य करने के प्रस्ताव पर काम कर रही है।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत में वर्तमान सेफ्टी प्रोटोकॉल को पुराना करार देते हुए कहा था कि केंद्र सरकार ने वाहनों के सुरक्षा मानकों में सुधार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है जिसके लिए जनता के बीच जाकर जनता से सुझाव भी मांगे जाने पर विचार चल रहा है।