Maruti Suzuki Automatic Cars: देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक मारुति सुजुकी ने सफलता की नयी कहानी लिखते हुए पिछले 5 सालों में 6 लाख ऑटो ट्रांसमिशन वाली कारें बेच दी है। इसमें पांच लाख कारें ऑटो गियर शिफ्ट वाली हैं। पिछले साल कंपनी ने 2 लाख से ज्यादा आॉटोमेटिक वाहनों की बिक्री करी है। मारुति ने अपनी पहली ने पहली डुअल पेडल तकनीक की कार सेलेरियो साल 2014 में लांच की थी। AGS (ऑटोमेटिक गियर शिफ्ट) के साथ पेश की थी। वर्तमान में कंपनी के 12 मॉडल अपने अलग-अलग ऑटो ट्रांसमिशन के साथ बाजार में उपलब्ध है।
मारुति सुजुकी दो अलग अलग तरह के ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का इस्तेमाल करती है। इसके AGS सेग्मेंट में कम कीमत की एंट्री लेवल कारें शामिल हैं। जिसमें Alto, S-Presso, WagonR, Celerio, Ignis, Swift, Dzire और विटारा ब्रेजा प्रमुख हैं। वहीं कंपनी ने अपने प्रीमियम हैचबैक कार Baleno में कंटीन्यूअसली वेरिएबल ट्रांसमिशन (CVT) का प्रयोग किया है। वहीं Ciaz, Ertiga और XL6 जैसी कारों में कंपनी ने फुली ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन टैक्नोलॉजी का प्रयेाग किया है।
अगर माइलेज की बात करें तो Ciaz एक्जीक्यूटिव सिडान सेग्मेंट की सबसे ज्यादा बेची जाने वाली कार है। ये कार मैनुअल ट्रांसमिशन और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ भी उपलब्ध है। अगल अलग वैरिएंट के अनुसार ये कार 20 किलोमीटर से लेकर 29 किलोमीटर प्रतिघंटा तक का माइलेज प्रदान करती है। वहीं Swift बीते नवंबर महीने में देश की सबसे ज्यादा बेची जाने वाली कार रही है, कंपनी ने नवंबर में इसके 19,314 यूनिट्स की बिक्री की है।
कंपनी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा एंट्री लेवल ऑटोमेटिक कारों की बिक्री हुई है। कम कीमत में ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन गियरबॉक्स से लैस ये कारें लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हैं। इसके अलावा कंपनी ने ये भी जानकारी दी है कि ऑटोमेटिक कारें मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे जैसे मेट्रो शहरों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
कंपनी का कहना कि भारतीय बाजार में कंपनी की ऑटो ट्रांसमिशन वाली कारों के अलग-अलग मॉडल की लोकप्रियता उसकी बिक्री से साबित होती है। मारुति सुजुकी इस बात को लेकर आश्वस्त है कि वह देश में लोगों के लिये लेटेस्ट ऑटोमेटिक टेक्नोलॉजी को पेश करता रहेगा। भारत में ऑटो ट्रांसमिशन वाली कारों की बिक्री के लिहाज से ये समझा जा सकता है कि देश में लोग आरामदायक और आसानी से इस्तेमाल होने वाली नयी तकनीक को स्वीकार करने के लिये पूरी तरह तैयार है।