Maruti Suzuki: देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी भारतीय बाजार में बीएस6 कंम्पलाइंट इंजन से लैस कारों को लॉन्च करने वाली पहले वाहन निर्माताओं में से एक थी। लेकिन बीएस6 उत्सर्जन मानकों के लागू होने के चलते कंपनी को करीब 125 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बता दें, कंपनी की तरफ से घोषणा की गई है, कि मारुति के पास अभी भी 125 करोड़ रुपये के बीएस4 वाहनों का स्टॉक है।

वर्तमान में बीएस4 वाहनों की ब्रिकी पर भारत में रोक लगा दी गई है, जिसमें ​कंपनी की अधिकारी ने बताया कि उसके डीलरों के पास अभी भी बीएस4 स्टॉक भारी मात्रा में मौजूद है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मारुति सुजुकी पहली कंपनी थी जिसने अपने वाहनों को अंतिम तिथि से करीब 1 साल पहले ही बीएस4 से बीएस6 अपग्रेड देना शुरू किया था।

वहीं भारत में बीएस4 स्टॉक बेचने की अंतिम तारीख 1 अप्रैल थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने डीलरशिप को बीएस4 स्टॉक के 10% स्टॉक के रजिस्ट्रेशन की अनुमति दे दी थी। लेकिन कोरोना संकट के कारण अप्रैल के महीने में एक भी वाहन सेल नहीं हो सका। हालांकि मारुति सुजुकी ने गाड़ियों की संख्या का अभी खुलासा नहीं किया। लेकिन अंदाजन कंपनी के स्टॉक मेंं 1,500 बीएस4 कारें बची हुई हैं। बता दें, मारुति सुजुकी नए उत्सर्जन मानदंडों के कारण अपने डीजल इंजन से चलने वाले वाहनों की बिक्री पूरी तरह से बंद कर दी है, और वर्तमान में केवल पेट्रोल इंजन से लैस वाहनों की ब्रिकी कर रही है।

भारत में ऑटोमोबाइल क्षेत्र अर्थव्यवस्था में मंदी के कारण प्रभावित हुआ है और अब देश भर में COVID-19  लॉकडाउन के साथ अप्रैल महीने में बिक्री पूरी तरह से बंद रही। ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले समय में भारतीय वाहन बाजार में वाहनों की ब्रिकी में इजाफा देखा जा सकेगा।मारुति सुजुकी ने हाल ही में विटारा ब्रेज़्ज़ा के पेट्रोल वर्जन को भारत में लॉन्च किया था, जिसके बाद अपडेटेड एस-क्रॉस को भारतीय बाजार में जल्द लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।